छुप छुप कर
तेरी सारी तस्वीरें
देखता हूँ।..
बेशक
तू ख़ूबसूरत आज भी है,
पर चेहरे पर
वो मुस्कान नहीं,
जो मुझे देखकर
तुम्हारे चेहरे का नूर बढ़ाती है ,,,अख्तर
तेरी सारी तस्वीरें
देखता हूँ।..
बेशक
तू ख़ूबसूरत आज भी है,
पर चेहरे पर
वो मुस्कान नहीं,
जो मुझे देखकर
तुम्हारे चेहरे का नूर बढ़ाती है ,,,अख्तर
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