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20 जुलाई 2015

पांच मंत्रियों के साथ मिल मोदी बनाते हैं स्‍ट्रैटजी तो पांच जूनियर्स को बना रखा है आंख-कान




पांच मंत्रियों के साथ मिल मोदी बनाते हैं स्‍ट्रैटजी तो पांच जूनियर्स को बना रखा है आंख-कान
 
नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी ने मंगलवार से शुरू हो रहे संसद सत्र में विपक्ष के वार पर प्रहार करने की पूरी स्‍ट्रैटजी बना ली है। मोदी ने पांच करीबी मंत्रियों के साथ मिल कर इस स्‍ट्रैटजी को अंतिम रूप दे दिया है। लेकिन वे पांच केंद्रीय मंत्री कौन हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी हैं? वो कौन 5 जूनियर मंत्री हैं जो पीएम की आंख और कान हैं? विपक्ष के वे कौन पांच नेता हैं जिनसे पीएम रेगुलर बातचीत करते हैं और उनकी बात पर भरोसा करते हैं? ये सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब आधिकारिक तौर पर कभी नहीं मिल सकते। पर साउथ ब्लॉक और 7 रेसकोर्स रोड (पीएम रेसिडेंस) के गलियारों में होने वाली चर्चा, वहां आने वाले फोन कॉल्‍स आदि के आधार पर इन सवालों के जवाब ये हैं-
पिछले हफ्ते इन विपक्षी नेताओं से हुई बात
संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस की धार कमजोर करने के लिए पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री ने विपक्ष के कई नेताओं से बातचीत की है। इनमें तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, एनसीपी के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव, एनडीए की सहयोगी टीआरएस के मुखिया चंद्रबाबू नायडू, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी शामिल हैं।
मोदी के करीबी 5 केंद्रीय मंत्री
अरुण जेटली (वित्त मंत्री), राजनाथ सिंह (गृहमंत्री), नितिन गडकरी (परिवहन और शिपिंग मंत्री), राम विलास पासवान (उपभोक्ता और खाद्य मंत्री) और सूचना प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद से प्रधानमंत्री न सिर्फ हर रोज चर्चा करते हैं, बल्कि इनके सुझावों को भी गौर से सुनते हैं। किसी भी मसले पर स्‍ट्रैटजी तय करने से पहले प्रधानमंत्री इन पांचों से विचार जरूर करते हैं।
मोदी के आंख, कान हैं ये 5 जूनियर मंत्री
निर्मला सीतारमन (वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री), वीके सिंह (सांख्यिकी राज्यमंत्री), जीतेंद्र सिंह (पीएमओ में राज्यमंत्री), राजीव प्रताप रूडी ( संसदीय कार्य राज्यमंत्री) और सर्वानंद सोनोवाल (खेल और युवा मामलों के मंत्री) शामिल हैं। इनसे मोदी अपने सरकारी और राजनीतिक काम से जुड़ा ज्‍यादातर अपडेट लेते हैं।
दिन में दो बार मिलते हैं डोभाल
प्रधानमंत्री से मिलने वाले लोगों में सीनियर अधिकारियों के तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का नाम सबसे पहले आता है। डोभाल दिन में दो बार पीएम से मुलाकात करते हैं। इसके अलावा पीएम कैबिनेट सेक्रेटरी प्रदीप कुमार सिन्हा और प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा से भी रोज मिलते हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी वह दिन में 4 -5 बार बात कर पॉलिटिकल अपडेट लेते हैं।
यह है प्रधानमंत्री का रुटीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिन की शुरुआत सुबह 5 बजे के आसपास होती है। इस वक्त वे डेली रूटीन के अलावा योग और प्राणायाम करते हैं। सुबह साढ़े 6 बजे वह न्यूज पेपर पढ़ते हैं और ठीक 8 बजे 7 रेसकोर्स रोड के अपने ऑफिस पहुंच जाते हैं। इसके बाद के 1 घंटे में वे जरूरी फोन कॉल का जवाब देते हैं कुछ जरूरी फाइलें देखते हैं। सुबह 9 बजे लोगों से मुलाकात का दौर शुरू हो जाता है। प्रधानमंत्री रोज तीन बैठकों में 50-60 लोगों से मुलाकात करते हैं। पीएम सुबह साढ़े 10 बजे साउथ ब्लॉक के अपने ऑफिस पहुंच जाते हैं। जब संसद का सत्र चल रहा होता है तो प्रधानमंत्री पौने ग्यारह बजे अपने ड्यूटी रोस्टर के हिसाब से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल होते हैं। इसके बाद रात साढ़े नौ से 11 बजे तक प्रधानमंत्री अलग-अलग राज्‍यों और देश के बाहर रहने वाले अपने खास दोस्तों, नेताओं या राजनयिकों से बातचीत करते हैं।

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