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20 मई 2015

प्रेमी युगल का अपहरण, युवक की पीट-पीट कर हत्या, युवती बची

पूनम विश्नोई।
पूनम विश्नोई।
ऑनर किलिंग : शहर के पॉश इलाके में पति-पत्नी बन किराए पर रहता था युगल, दोनों पहले से थे शादीशुदा, युवती के पति और साथियों ने हत्या कर शव हाईवे-76 से सटी वीरान जगह फेंका।
उदयपुर. न्यू भूपालपुरा की जैन कॉलोनी गली नंबर 3 में किराए पर रहने वाले प्रेमी युगल का युवती के पति और ससुराल पक्ष सहित अन्य 10-15 लाेगों ने पहले अपहरण किया और इसके बाद हाईवे-76 पर ले जाकर युवक की हत्या कर दी। शव हाईवे से दो किमी अंदर माधवनगर मार्ग पर डाल दिया। जिस युवक की हत्या हुई, उसके एक दिन पहले ही बेटे का जन्म हुआ है। शव पर चोटों के निशान देख पुलिस ने बताया कि युवक की हत्या पीट-पीट कर की गई थी। युवक की शिनाख्त जांगुओं की ढाणी (जालोर) निवासी देवेन्द्र (28) पुत्र भगवान राम विश्नाई के रूप में हुई है। एसएचओ हरेन्द्र सिंह ने बताया दूसरी गाड़ी में बैठे युवती के पति जालोर निवासी प्रकाश पुत्र हरिराम विश्नोई ने नाकाबंदी देख गाड़ी भगाई, जो डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मुंबई निवासी युवती पूनम गाड़ी से निकल कर झाड़ियों में छिप गई। पीछा कर रही पुलिस पहुंची तो युवती सामने आई। पुलिस ने पूनम के पति प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया कि देवेन्द्र का भाई डोडा चूरा तस्करी मामले में सिरोही जेल में है।
प्रत्यक्षदर्शी बाेले : 10-15 लोग आए और पीटते-घसीटते हुए ले गए दोनों को
जैन कॉलोनी निवासी गौरव सक्सेना ने पुलिस को बताया कि देवेन्द्र और पूनम 20 अप्रैल को पति-पत्नी के रूप में किराए पर कमरा लेने आए थे। देवेन्द्र ज्यादातर बाहर रहता था। मंगलवार रात डेढ़ बजे दो जीपों में 15 लोग आए। इन्होंने देवेन्द्र के बारे में पूछा। उनके हाथों हथियार देख अनहोनी का अंदेशा हुआ, तो पुलिस को सूचना दी। तभी कमरे से चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। हमने डर से दरवाजा नहीं खोला। तभी पुलिस आ गई। पुलिस की गाड़ी गली के अंदर आई और दूसरी तरफ आरोपी दूसरे छोर से भाग गए। पुलिस ने पूरे जिले में नाकाबंदी करा दी थी। दस सेकंड पहले पुलिस आती तो शायद युवक बच जाता।

कांस्टेबल की मिलीभगत का आरोप : युवती का पति प्रकाश पिछले काफी दिनों ने दोनों की तलाश में था। उसे पता चला कि दोनों सुखेर थाना क्षेत्र में हैं तो वह कुछ दिन पहले थाने पहुंचा। तब एसएचअाे ने मुम्बई पुलिस को साथ लाने को कहा था। देवेन्द्र के परिजनों ने आरोप लगाया कि प्रकाश और उसके साथी दो कांस्टेबल के सम्पर्क में थे।
दोनों शादीशुदा, बीएसटीसी से शुरू हुई प्रेम कहानी
देवेन्द्र जांगु के निम्बाहेड़ा में शराब के ठेके हैं। पत्नी पूनी उदयपुर में बीएसटीसी कर रही है। इधर मुम्बई निवासी पूनम के पिता बाबूलाल का वहां मेटल का बड़ा व्यापार है। पूनम की चार साल पहले जालोर निवासी प्रकाश जाजुदा (विश्नोई) से शादी हुई थी, जो मुंबई में ही ससुर के साथ व्यापार संभालता है। पूनम दो साल पहले ज्याेति कॉलेज से बीएसटीसी करने उदयपुर आई थी। यहीं पूनी ने भी एडमिशन लिया। दोनों हॉस्टल में रहते सहेलियां बनीं। इस दौरान पूनम की देवेन्द्र से मुलाकात हुई और प्यार हो गया। पत्नियों के जरिए प्रकाश और देवेन्द्र भी एक-दूसरे से परिचित थे। गर्भवती होने पर पूनी कुछ माह पहले गांव चली गई। इधर, नजदीकियां बढ़ने पर देवेन्द्र-पूनम ने साथ रहना तय कर लिया। पूनम पर शक होने पर प्रकाश उसे मुम्बई ले गया। इस पर पूनम 31 मार्च को वहां से देवेन्द्र के साथ चली गई। प्रकाश ने मुम्बई में पूनम की गुमशुदगी दर्ज कराई। फेसबुक पर फोटो देखकर उसे दोनों के साथ होने का पता चला।
पूनम बोली-वो देव को बेरहमी से पीट रहे थे, कोई बचाने नहीं आया
जैन कॉलोनी में जिस कमरे में प्रेमी युगल रह रहा था वहां सीढिय़ों से लेकर सड़क तक खून के निशान हैं। सामान बिखरा पड़ा है और दरवाजा टूटा हुआ है। इस मंजर से साफ जाहिर होता है कि अपहरण से पहले उन्हें किस बेदर्दी से पीटा गया। पूनम ने पुलिस को बताया कि वो कई बार चिल्लाई पर कोई बचाने नहीं आया। वे देव को पीट रहे थे। हमने उनसे रहम मांगी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनीं और घसीटते हुए दोनों को अलग-अलग गाड़ी में डाल दिया। वे गाड़ी लेकर हाईवे 76 पर चले गए। देव को एक गाड़ी में डाल वे कहीं ले गए। युवती ने बताया उसे लेकर दूसरी गाड़ी टोल नाके की ओर निकल गई। यहां पुलिस नाकाबंदी देख प्रकाश ने गाड़ी वापस ली। पुलिस ने पीछा किया तो टोल नाके से 8 किलोमीटर पहले गाड़ी डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। प्रकाश को छोड़कर सभी फरार हो गए। मैं बचने के लिए झाड़ियों में छिप गई। पुलिस देखकर मदद की आवाज लगाई। पूनम को साथ लेकर पुलिस ने प्रकाश को हिरासत में लिया।
रिपोर्ट पर करेंगे आईटी एक्ट में कार्रवाई
हत्या के मामले में युवती के पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटनाक्रम के प्रति अपने कमेंट फेसबुक पेज पर शेयर करने या पीड़ितों के फेसबुक पेज पर पोस्ट करने के मामले में लड़की या मृतक के परिवार की ओर से कोई रिपोर्ट आती है तो कार्रवाई हो सकती है।
अजयपाल लांबा, एसपी

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