आपका-अख्तर खान

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02 मार्च 2015

अजीब फ़ितरत है

अजीब फ़ितरत है
बेवफाई करते हो
बेवफा कहने से डरते हो ,,
मेरे बगैर खुश हो तुम फिर भी
बताओ तो सही
मेरा इन्तिज़ार किसलिए
क्यों करते हो ,,,अख्तर

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