हज़रत जंगलीशाह बाबा रहमतुल्लाह कोटा के सालाना उर्स ग्यारह ,,,बाराह मार्च
को होंगे ,,उर्स के पूर्व जायरीनों को बुलाने ,,उन्हें ठहराने ,,मशहूर
कव्वालों को बुलाने की सभी तय्यरियां पूरी कर ली गयी है ,,,,,,,,,,,नायब
गद्दीनशीन फ़ारूक़ हौंडा ने बताया के दरगाह की रंग रोगन की पूरी व्यवस्थाये
अंतिम चरणो में है जबकि मशहूर कव्वालों ने अपनी सहमति दे दी है ,,,कोटा
जंगलीशाह बाबा का मज़ार सोफिया स्कूल के पास स्थित है ,,, जानशीन अलहाज अज़ीज़
जावा और रशीद जावा ने बताया के हज़रत जंगलीशाह बाबा की वफ़ात एक
सो इक्कीस साल में हुई ,,बाबा ने इक्कावन हज किये जिनमे चार हज उन्होंने
पैदल यात्रा कर किये थे ,,,अलहाज रशीद जावा ने बताया के जानशीन अज़ीज़ जावा
के वालिद बाबा साहब के प्रमुख खिदमतगार थे और अज़ीज़ जावा छोटे होने से
उन्हें बाबा साहब ने अपनी गोद में खूब खिलाया था ,,,,,बाबा जंगलीशाह का
मज़ार वर्ष उन्नीस सो पैतालीस से बना है जिसे आज़ादी के तुरंत बाद उन्नीस सो
सैतालीस में पक्का बनाया गया और वर्ष दो हज़ार एक में इस मज़ार के गुंबद
वगेरा सोंद्र्य्कर्त करवाये गए ,,बाबा जंगलीशाह मज़ार की ज़मीन पर एक क़लन्दरी
मस्ज्दि बनी है जबकि गरीबों के शादी ब्याह कार्यक्रमों के लिए महफ़ीलखाना
बना हुआ है जहां सस्ते दामों में बहतरीन कार्यक्रम के प्रस्ताव है लेकिन इस
मामले में अब व्यवसायीकरण होने से कई मुरीद और ज़ायरीन दुखी है ,,,अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
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