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02 मार्च 2015

घर में थी शादी, हादसे में पांच लोगों की मौत ने तोड़ दिए सारे सपने


सीकर. शहर में सोमवार शाम एक दर्दनाक हादसे में पांच छात्रों की मौत हो गई। सड़क दुर्घटना में दम तोड़ने वाले तीन युवकों के घर में त्योहार की तैयारी चल रही थी तो दो घरों में शादी की रौनक थी। इस हादसे ने सारे सपने एक पल में तोड़ दिए। परिवार के लोगों का सपना था कि वे डॉक्टर-इंजीनियर और सीए बनें।
हादसे के बाद सड़क पर पड़े शव।
हादसे के बाद सड़क पर पड़े शव।
हादसे का शिकार बने भिखणसर के मुकेश कुमार की कुछ दिन बाद शादी थी। वे सीकर में सीए की तैयारी कर रहे थे। उसके साथी फारूख ने बताया कि हादसे से पहले हर्ष पर्वत पर भी मुकेश ने शादी में जरूर आने के लिए कहा था। उसने तीन दिन पहले ही कार्ड बांटे थे। इसी तरह हनुमानगढ़ के रवि के ताऊ की बेटी छह दिन बाद ही शादी थी। तारानगर के मंजीत ने फोन करके परिवार वालों को बताया था कि होली पर गांव आएगा।
नौ दिन पहले गांव आया था मंजीत कहा था- होली पर आऊंगा
झांझणी (तारानगर) का मंजीत मेघवाल नौ दिन पहले ही गांव आया था। जाते समय कहा था- अब होली पर आऊंगा। पीएमटी की तैयारी कर रहे मंजीत ने 12वीं कक्षा 60 प्रतिशत अंक से पास की थी। पिता ओमप्रकाश मेघवाल भलाऊ शिक्षक हैं। पांच बहन-भाइयों में मंजीत चौथे नंबर पर था। उससे बड़ी तीन बहनें हैं जो पढ़ाई कर रही हैं। एक छोटा भाई है।
मार्च में थी मुकेश की शादी : मुकेश धायल सीकर में सीए का कोर्स कर रहा था। दो साल से सीकर में था। मां बनारसी भीकनसर में एएनएम है। पिता बीरबल निजी बस चालक हैं। एक छोटी बहन बीएससी में है। मार्च में उसकी शादी थी।
इकलौता बेटा था रवि : मढ़ा (हनुमानगढ़) का रवि पीएमटी की तैयारी कर रहा था। वह माता-पिता का इकलौता बेटा था। परिवार में रवि के अलावा दो बहनें हैं। इकलौते बेटे को खोने का समाचार मिलते ही परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
तीन बहनों का इकलौता भाई था जॉनी : मिर्जेवाला (श्रीगंगानगर) का जॉनी तीन बहनों का इकलौता भाई था। पिता महावीर ने बताया कि जाॅनी अपने साथियों राजाराम, सुनील के साथ जयपुर में कृषि पर्यवेक्षक का एग्जाम देने गया था। वहां से लौटते समय सीकर में दोस्तों से मिला। पिता महावीर मजदूरी करते हैं। इसकी दो बहनों की शादी हो चुकी थी। जॉनी पढ़ाई में होशियार था व एग्जाम में कुछ अंक से ही पिछड़ रहा था।
तेज धमाका हुआ, देखा तो सड़क पर खून फैला था
फारूख - मुकेश के दोस्त। साथ हर्ष घूमने गए थे। हादसे से सिर्फ पांच मिनट पहले ही अपने घर पहुंचे।
हरदेवाराम - घटनास्थल से सिर्फ 100 मीटर दूर खड़े थे सबसे पहले वहां पहुंचे, पुलिस को भी बताया।
पवन शर्मा - सांवली रोड पर बाइक पर थे। युवकों की तेज बाइक ने हादसे से पहले किया था ओवरटेक।
फारूख मोहम्मद सीकर में नवलगढ़ रोड पर छात्रावास चलाते हैं। मुकेश कुमार इनका दोस्त था। फारूख भी इनके साथ हर्ष गए थे। लौटते वक्त फारूख बस में बैठ गए, लेकिन उन्होंने मुकेश को कहा था-बाइक धीरे चलाकर लाना। क्योंकि मुकेश अक्सर तेज बाइक चलाता था। फारूख का कहना है कि मेरे टोकने के बावजूद मुकेश व उसके साथियों की जिंदगी नहीं बच पाई। इस बात का मुझे मलाल रहेगा। क्योंकि एक लापरवाही ने दोस्त और चार अन्य नौजवानों की जान ले ली। तासर के पवन शर्मा ने बताया कि सांवली चौराहा के पास एक बाइक पर बैठे पांच जनों ने तेज रफ्तार से ओवरटेक किया था। चंद मिनट बाद जब वन विभाग के पास पहुंचा तो पांचों की लाश मिली।

हर्ष के हरदेवाराम गुर्जर घटनास्थल से 100 मीटर दूर बैठे थे। उन्होंने बताया कि अचानक तेज धमाके की आवाज आई तो सामने देखा। ट्रक चालक को भागते हुए देखा और ट्रक के पीछे बाइक और कुछ युवक पड़े थे। हम लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। घायलों को संभाला तो पता चला कि एक भी सांस नहीं बची है। नौजवानों की लाश और सड़क पर फैले खून को देखकर एकबारगी वहां मौजूद सभी के हाथ कंपकंपाने लगे।

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