आगामी मार्च होली के आसपास राहुलगाँधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष
निर्वाचित होकर रंगबिरंगी होली हौसले और कांग्रेस ज़िंदाबाद के नारे के साथ
खेलेंगे ,,,राहुल गांधी जो कई बुज़ुर्गों का सम्मान करते हुए मर्यादाओं में
थे उन्होंने भी अब बेकार ,,नासमझ ,,मौक़ापरस्त ,,मतलबपरस्त ,,गुटबाज़ी को
बढ़ावा देकर स्वम्भू नेतागीरी करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
,,,राहुल पहले कांग्रेस के बिखरने से डरते थे ,,अपरिपक्व थे ,,कुछ लोगों के
क़ब्ज़े में थे,,,,लेकिन अब वोह आज़ाद है किसी को खुश रखना उनका
मक़सद नहीं ,,किसी की नाराज़गी या फिर पार्टी छोड़कर चले जाने का उन्हें डर
नहीं ,,बस कांग्रेस मज़बूत और कांग्रेस ज़िंदाबाद करना उनका मक़सद हो गया है
,,अभी देश भर में प्रदेश कांग्रेस कमेटियां जिला कांग्रेस कमेटियों के
पदाधिकारियों की जो बैठक ले रही है उसमे लगभग सभी तरफ से सर्वसम्मत फैसले
है के कांग्रेस की जर्जर इमारत अब ज़मीन दोज़ कर आधुनिकता के दौर में नए
ज़माने की ज़रूरतों और हिसाब से बनाई जाये और राहुलगांधी खुद इस नई कांग्रेस
के सिरमौर ,,अध्यक्ष रहे ,,जिसे चाहे रखे ,,जिसे चाहे निकाले ,,जिसे चाहे
जो ज़िम्मेदारी दे ,,अगर ऐसी कांग्रेस बनी तो निश्चित तोर पर नई कांग्रेस
मज़बूत भी होगी ,,ज़िंदाबाद भी होगी ,,,हर मुसीबत ,,,हर हालात से मुक़ाबला
करने को भी तैयार होगी ,,,,,,,,,,,,,गांधी परिवार की वजह से नहीं खुद
राहुल जिसकी प्रतिभा अभी तक दबा रखी थी उनको फ्री हेंड मिलने से यह सब
मुमकिन हो सकेगा ,,क्योंकि कड़वा सच है के दादी के ज़माने से ,,पापा के
ज़माने से राहुल गांधी ने पेट में रहकर अभिमन्यु की तरह से तो पालने में
,,गोद में और खेलते कूदते सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस ही सीखी है ,,,जिसने
कांग्रेस को जिया हो ,,कांग्रेस को ज़िंदाबाद किया हो उसे अगर फ्री हेंड
मिला तो सभी जानते है के कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखने वाले लोग खुद
भी कांग्रेस में शामिल होकर कांग्रेस ज़िंदाबाद कहने लगेंगे ,,,,,,,अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
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