हमारे
देश में पिछले कुछ दिनों से इज़राईल के कई दोस्त उभरने लगे है वोह इज़राइल
को अपना प्रेरक मान रहे है ,,,बात सही है इंसान इंसानियत सीखता है और जानवर
जानवर का ही साथी बनता है क्योंकि ,,,कोई भी बहादुर निहत्थे लोगों
,,,मासूम दूध पीते बच्चो ,,,महिलाओं पर वार कर मर्दानगी साबित नहीं करता
,,,हथियारों को हाथ में लकर बम फोड़ कर तो निहत्थों का कोई भी क़त्ल कर सकता
है लेकिन हमारी भारतीय संस्कृति में ऐसे लोगों
को कायर कहते है ,,,,,,,,,राक्षस कहते है ,,जानवर कहते है ,,,,अभिमन्युं
का क़ातिल कौरव कहते है अब अगर ऐसे राक्षसी लोग जो मासूम बच्चों की हत्या
कर तालिया बजाते है ,,महिलाओं को मरकर खुद को मर्द कहते है उनके प्रशंसक
हमारे देश में बढ़ रहे है तो कमसे कम वोह भगवान राम ,, या श्री कृष्ण के
मानने वाले तो नहीं हो सकते हाँ वोह कंस ,,कौरव ,,,रावण के वंशज अलबत्ता हो
सकते है ,,,,,,,,,,,,,,,,कायर ,,,,डरपोक ,,राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों का
तो यही हाल है बच्चे और महिलाओं को मरकर ईंट का जवाब पत्थर से देने का ऐलान
कर खुश होकर अपना दिल बहलाते है ,,,,,,,,,,,
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