आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

25 मई 2013

यूँ ना घबरा चंद दिनों की ही बात है

तेरी धड़कन
तेरी साँसों
तेरे ख्यालों में
हर वक्त क्यूँ में
शामिल हूँ
यह सोच सोच कर
अब तू
यूँ ना घबरा
चंद दिनों की ही बात है
तेरे लियें
में और मेरा वुजूद
मिट जायेगा
मिटटी से बना था में
तेरे लियें
मेरा जिस्म
फिर से जल्द ही
मिटटी में मिल जाएगा
न रहेगा मेरा वुजुद
न रहेंगी मेरी यादे
इसलियें कहता हूँ
थोडा वक्त है बस
बर्दाश्त कर
फिर तेरी साँसें
तेरे दिल की धड़कन
तेरे ख्यालात
आज़ाद है
आज़ाद है
आज़ाद है .............
 अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...