गए लम्हों की बारिश में डूब गई
अरमानों की छोटी-छोटी किश्तियां
कच्ची उमर की धूप में पकी ख्वाब़ें
गुम हुई आवाजों का पता मांगती है
......रश्मि शर्मा
अरमानों की छोटी-छोटी किश्तियां
कच्ची उमर की धूप में पकी ख्वाब़ें
गुम हुई आवाजों का पता मांगती है
......रश्मि शर्मा
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