रक्षा
मंत्री ऐ के एंटोनी के अनुसार अनिवार्य सैन्य प्रशिक्षण लोकतंत्र के खिलाफ
है...वास्तव में इस में बिलकुल भी सच्चाई नहीं है... क्यों की जब सभी
युवाओं को सेन्य प्रशिक्षण मिलेगा तो आतंकवाद और नक्सलवाद जैसे तत्वों से
अपना और दूसरों का बचाव करना सीखेंगे...जिस से आर्मी और अर्ध सैनिक बलों को
कुछ राहत मिलेगी...प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं में से चुने गए युवाओं को उन
के अच्छे आचरण के अनुसार विशेष नागरिक का दर्ज भी दिया जा सकता है...ऐसा
किसी भी तरह से लोकतंत्र के विरुद्ध हो ही नहीं सकता !
सरकार इस
तरह के प्रशिक्षण का इसलिए कर रही है क्यों कि उसे डर है कि प्रशिक्षित
युवा कहीं उस के भ्रष्टाचार के किले को ध्वस्त ना कर दें...!
सरकार कि कितनी जबरदस्त फटी हुई है इस बात का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया
जा सकता है कि कपिल सिब्बल के किसी भी कार्यक्रम में सभागार/आडिटोरियम में
चप्पल जूते बाहर ही उतरवा दिए जाते हैं ! ज्यादातर कांग्रेसी पुलिस द्वारा
सुरक्षित जगहों या इनडोर आडिटोरियम जैसे स्थानों पर ही उदघाटन/सेमीनार या
अन्य कार्यक्रमों में जाते हैं...!
सरकार इस तरह के प्रशिक्षण का इसलिए कर रही है क्यों कि उसे डर है कि प्रशिक्षित युवा कहीं उस के भ्रष्टाचार के किले को ध्वस्त ना कर दें...!
सरकार कि कितनी जबरदस्त फटी हुई है इस बात का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि कपिल सिब्बल के किसी भी कार्यक्रम में सभागार/आडिटोरियम में चप्पल जूते बाहर ही उतरवा दिए जाते हैं ! ज्यादातर कांग्रेसी पुलिस द्वारा सुरक्षित जगहों या इनडोर आडिटोरियम जैसे स्थानों पर ही उदघाटन/सेमीनार या अन्य कार्यक्रमों में जाते हैं...!
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