मंगलवार शाम को शहर में एक शादी ऐसी भी हुई, जिसमें न बैंड बाजा था, न दूल्हे के साथी। अन्य शादियों से अलग तरीके से हुई इस शादी के दौरान एंबुलेंस में स्ट्रेचर पर लेटे दूल्हे विजय ने दुल्हन मोनिका को वरमाला पहनाई और फिर इस जोड़े ने सात जन्म तक साथ निभाने की कसमें खाईं।
अन्नक्षेत्र श्री राम मंदिर में पंडित अश्वनी कुमार ने हिंदू रीति-रिवाज से इस जोड़े की शादी कराई। दूल्हे विजय कुमार सहारण निवासी अनूपगढ़ का शनिवार शाम को कैंचिया के पास एक्सीडेंट हो गया था। इसमें उसके बाएं पैर में फ्रेक्चर होने के कारण वह बैठ पाने तक की स्थिति में भी नहीं था। इस कारण एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती विजय शादी करने के लिए एंबुलेंस से अन्नक्षेत्र राम मंदिर पहुंचा। एंबुलेंस से नीचे उतर पाने में असमर्थ होने के कारण एंबुलेंस में ही शादी की रस्म पूरी करनी पड़ी।
शनिवार को हुए एक्सीडेंट में दूल्हे की मां की मौत हो गई थी। लेकिन दूल्हे व दुल्हन को विजय की मां की मौत के बारे में नहीं बताया गया था। इससे शादी के समय दूल्हा व दुल्हन तो प्रसन्न थे लेकिन उनके परिजनों के चेहरों से खुशी गायब थी। हालांकि वे दूल्हा-दुल्हन के सामने तो मुस्कराते रहे लेकिन उनसे दूर होने पर उनकी आंखें नम हो रही थी।
बहन के विवाह में नहीं हो पाया शामिल
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