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01 मई 2013

एम्बुलेंस में पड़ा था दूल्हा, वरमाला ले पहुंची दुल्हन और बांध लिया सात जन्मों का रिश्ता!


 
श्रीगंगानगर. अन्नक्षेत्र श्रीराम मंदिर में मंगलवार शाम एक जोड़े की एंबुलेंस में शादी हुई। दूल्हे के पैर में शनिवार को हुए एक्सीडेंट में फ्रेक्चर हो गया था। इससे वह एंबुलेंस से नीचे उतर पाने में असमर्थ था। शादी की रस्म यहीं पूरी कराई गई। इसी एक्सीडेंट में दूल्हे की मां की मौत हो गई थी, लेकिन दूल्हा-दुल्हन को इसकी जानकारी नहीं दी गई। नवविवाहित जोड़े के साथ नजर आ रहा दूसरा जोड़ा दूल्हे के भाई और भाभी हैं। उनकी शादी भी मंगलवार सुबह गोलूवाला में हुई।
 मंगलवार शाम को शहर में एक शादी ऐसी भी हुई, जिसमें न बैंड बाजा था, न दूल्हे के साथी। अन्य शादियों से अलग तरीके से हुई इस शादी के दौरान एंबुलेंस में स्ट्रेचर पर लेटे दूल्हे विजय ने दुल्हन मोनिका को वरमाला पहनाई और फिर इस जोड़े ने सात जन्म तक साथ निभाने की कसमें खाईं।
अन्नक्षेत्र श्री राम मंदिर में पंडित अश्वनी कुमार ने हिंदू रीति-रिवाज से इस जोड़े की शादी कराई। दूल्हे विजय कुमार सहारण निवासी अनूपगढ़ का शनिवार शाम को कैंचिया के पास एक्सीडेंट हो गया था। इसमें उसके बाएं पैर में फ्रेक्चर होने के कारण वह बैठ पाने तक की स्थिति में भी नहीं था। इस कारण एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती विजय शादी करने के लिए एंबुलेंस से अन्नक्षेत्र राम मंदिर पहुंचा। एंबुलेंस से नीचे उतर पाने में असमर्थ होने के कारण एंबुलेंस में ही शादी की रस्म पूरी करनी पड़ी।
 शनिवार को हुए एक्सीडेंट में दूल्हे की मां की मौत हो गई थी। लेकिन दूल्हे व दुल्हन को विजय की मां की मौत के बारे में नहीं बताया गया था। इससे शादी के समय दूल्हा व दुल्हन तो प्रसन्न थे लेकिन उनके परिजनों के चेहरों से खुशी गायब थी। हालांकि वे दूल्हा-दुल्हन के सामने तो मुस्कराते रहे लेकिन उनसे दूर होने पर उनकी आंखें नम हो रही थी।

बहन के विवाह में नहीं हो पाया शामिल 
 
विजय की शादी से पहले सोमवार को उसकी बहन रेनू और मंगलवार को भाई रवि कुमार की गोलूवाला में शादी हुई थी। एक्सीडेंट के कारण वह उनकी शादियों में शामिल नहीं हो पाया। वहीं बहन भी विजय की शादी में शरीक नहीं हो पाई। तीनों भाई-बहन की शादियां पूर्व में तय होने के कारण परिजनों ने विजय की मां की मौत के बावजूद तय तिथि पर सादे तरीके से शादी करने का निर्णय लिया।

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