आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

06 मई 2013

स्वर्ण मंदिर में हथियारों के साथ घुसी जत्थेबंदियां, भिंडरावाले के समर्थन में लगे नारे



अमृतसर. सालों बाद श्री दरबार साहिब की परिक्रमा में सोमवार को 6-7 हथियारबंद लोग पहुंच गए। इससे कई श्रद्धालु सहम गए और उन्होंने वहां से बाहर जाने में ही भलाई समझी। इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की टॉस्क फोर्स के जवान भी दिखाई नहीं दिए, जिनके कंधों पर श्री दरबार साहिब की मर्यादा को कायम रखने का जिम्मा है।
स्टेनगन और राइफलों से लैस हथियारबंद लोग दमदमी टकसाल और संत समाज के उस काफिले का हिस्सा थे, जो लगभग 40 किलोमीटर दूर चौक मेहता के गुरुद्वारा गुरदर्शन प्रकाश से चलकर यहां अकाल तख्त के जत्थेदार गुरबचन सिंह को श्री दरबार साहिब के निकट बने नए गुरुद्वारे से जरनैल सिंह भिंडरावाले का नाम हटाने के विरोध में याद पत्र देने आया था।
मुख्यमंत्री के लिए चुनौती : ताजा घटनाक्रम ने ऐसी परिस्थिति को जन्म दे दिया है, जो आगे जाकर टकराव का कारण बन सकती है। ऐसा लगता है कि इस मामले में मुख्यमंत्री बादल बुरी तरह घिर गए हैं। अगर वह वोटों के नफे-नुकसान को देखते हुए कोई ठोस कदम नहीं उठाते तो उन्हें न सिर्फ कांग्रेस बल्कि अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा और अगर कोई कार्रवाई होती है तो गर्म-ख्याल जत्थेबंदियां एक बार फिर उनके खिलाफ इकट्ठी हो सकती हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...