वो जज्बों की तिजारत थी ये दिल कुछ और समझा था
उसे हंसने की आदत थी ये दिल कुछ और समझा था....
मुझे उसने कहा आओ नयी दुनिया बसाते हैं
उसे सूझी शरारत थी ये दिल कुछ और समझा था....
हमेशा उसकी आँखों में बहुत से रंग रहते थे
ये उसकी आम हालत थी ये दिल कुछ और समझा था....
वो मेरे पास बैठकर देर तक ग़ज़ल मेरी सुनता था
उसे खुद से मोहब्बत थी ये दिल और कुछ समझा था....
मेरे कंधे पे सर रखकर कहीं खो गए थे वो
ये वक़्त की इनायत थी ये दिल और कुछ समझा था....
मुझे वो देखकर अक्सर निगाहें फेर लेता था
ये दर पर्दा हकीकत थी ये दिल और कुछ समझा था....
वो जज्बों की तिजारत थी ये दिल कुछ और समझा था
उसे हंसने की आदत थी ये दिल कुछ और समझा था....
मुझे उसने कहा आओ नयी दुनिया बसाते हैं
उसे सूझी शरारत थी ये दिल कुछ और समझा था....
हमेशा उसकी आँखों में बहुत से रंग रहते थे
ये उसकी आम हालत थी ये दिल कुछ और समझा था....
वो मेरे पास बैठकर देर तक ग़ज़ल मेरी सुनता था
उसे खुद से मोहब्बत थी ये दिल और कुछ समझा था....
मेरे कंधे पे सर रखकर कहीं खो गए थे वो
ये वक़्त की इनायत थी ये दिल और कुछ समझा था....
मुझे वो देखकर अक्सर निगाहें फेर लेता था
ये दर पर्दा हकीकत थी ये दिल और कुछ समझा था....
उसे हंसने की आदत थी ये दिल कुछ और समझा था....
मुझे उसने कहा आओ नयी दुनिया बसाते हैं
उसे सूझी शरारत थी ये दिल कुछ और समझा था....
हमेशा उसकी आँखों में बहुत से रंग रहते थे
ये उसकी आम हालत थी ये दिल कुछ और समझा था....
वो मेरे पास बैठकर देर तक ग़ज़ल मेरी सुनता था
उसे खुद से मोहब्बत थी ये दिल और कुछ समझा था....
मेरे कंधे पे सर रखकर कहीं खो गए थे वो
ये वक़्त की इनायत थी ये दिल और कुछ समझा था....
मुझे वो देखकर अक्सर निगाहें फेर लेता था
ये दर पर्दा हकीकत थी ये दिल और कुछ समझा था....
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