बठिंडा. तलवंडी साबो में बैसाखी पर शनिवार को शिअद यानी सरकार
की पॉलिटिकल कॉन्फ्रेंस थी। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल जैसे ही बोलना
शुरू करते हैं, बेरोजगार लाइनमैन और उनके परिजन ‘सरकार मुर्दाबाद’ के नारे
शुरू कर देते हैं।
पुलिसकर्मी तुरंत टूट पड़ते हैं। महिलाओं, बच्चों, बूढ़ों को घसीटते
हुए पंडाल से बाहर ले जाते हैं। मुंह बंद कर दिए जाते हैं, ताकि सरकार के
खिलाफ कोई कुछ बोल न सके। 200 बेरोजगार लाइनमैनों व उनके परिजनों को हिरासत
में ले लिया जाता है। इनमें 35 महिलाएं भी शामिल हैं। यह सब हुआ
मुख्यमंत्री बादल के सामने।
जिस तरह महिलाओं-बच्चों को चुप करा दिया गया, उससे लगा कि सरकार की रैली में सिर्फ सरकार ही बोल सकती है। जनता तो बस सुन सकती है।
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