गोहाना। उपमंडल के गांव घड़वाल में खाप पंचायत ने अपना अजीब फरमान सुनाया है। पंचायत ने गांव के एक परिवार को गांव की लड़की को घर से भागकर शादी करने में सहयोग करने का आरोपी करार दिया। सजा दी कि आरोपी परिवार 13 दिनों तक पूरे गांव की चौपालों में सफाई करेगा। पीड़ित ने एसपी से मिलकर गांव के 23 लोगों से जान का खतरा बताया।
बुधवार की रात गांव घड़वाल में एक पंचायत हुई। जिसमें गांव के ही जगदीश पुत्र अमी सिंह के परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया गया है। गांव की पंचायत ने शमशेर की बेटी पूनम द्वारा घर से भागकर दोबारा शादी करने में उसे सहयोग करने पर दोषी करार दिया है। पूनम की करीब 4 माह पहले हिसार जिला के गांव मिर्चपुर निवासी नरेंद्र के साथ शादी हुई थी। 27 अगस्त को पूनम रात को करीब तीन बजे अचानक घर से गायब हो गई थी। इस बारे में उसके पिता शमशेर के बयान पर बरोदा थाना में मामला भी दर्ज किया गया था। बाद में पूनम ने रोहतक जिला के गांव किलोई निवासी विकास के साथ शादी कर ली तथा सोनीपत के सेफ हाउस में शरण ली। शमशेर का परिवार इस मामले में गांव के ही जगदीश के दोनों बेटों को इस बात का दोषी मानता रहा है कि उन्होंने पूनम को घर से भगाने में सहयोग किया।
इसी बात को लेकर शमशेर व जगदीश के परिवार में लेकर तनातनी चल रही थी। बुधवार को पूरे मामले को लेकर गांव में पंचायत हुई। पंचायत ने अपना फरमान सुना दिया। पंचायत में गांव के ही गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इसका लिखित रूप से प्रस्ताव भी पारित किया गया। लिखित फैसला सरपंच के पास है।
बुधवार की रात गांव घड़वाल में एक पंचायत हुई। जिसमें गांव के ही जगदीश पुत्र अमी सिंह के परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया गया है। गांव की पंचायत ने शमशेर की बेटी पूनम द्वारा घर से भागकर दोबारा शादी करने में उसे सहयोग करने पर दोषी करार दिया है। पूनम की करीब 4 माह पहले हिसार जिला के गांव मिर्चपुर निवासी नरेंद्र के साथ शादी हुई थी। 27 अगस्त को पूनम रात को करीब तीन बजे अचानक घर से गायब हो गई थी। इस बारे में उसके पिता शमशेर के बयान पर बरोदा थाना में मामला भी दर्ज किया गया था। बाद में पूनम ने रोहतक जिला के गांव किलोई निवासी विकास के साथ शादी कर ली तथा सोनीपत के सेफ हाउस में शरण ली। शमशेर का परिवार इस मामले में गांव के ही जगदीश के दोनों बेटों को इस बात का दोषी मानता रहा है कि उन्होंने पूनम को घर से भगाने में सहयोग किया।
इसी बात को लेकर शमशेर व जगदीश के परिवार में लेकर तनातनी चल रही थी। बुधवार को पूरे मामले को लेकर गांव में पंचायत हुई। पंचायत ने अपना फरमान सुना दिया। पंचायत में गांव के ही गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इसका लिखित रूप से प्रस्ताव भी पारित किया गया। लिखित फैसला सरपंच के पास है।
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