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14 सितंबर 2012

इसीलियें तो कहते है के हाथी निकलता है और कुत्ते भोंकते रहते है

पुरानी कहावत है के हाथी निकलता है और कुत्ते भोंकते रह जाते है ....जी हाँ दोस्तों कमोबेश इस कहावत को हमारे देश की राजनीति ने सही  साबित कर दिखाया है .......हमारे देश में गठबंधन सरकार है और सरकार को चलाने वाला हाथी और हाथी पर बता महावत मदमस्त है वोह बेखोफ महंगाई ..अराजकता ....भ्रष्टाचार की मदमस्ती के साथ देश की जनता को बेरहमी से रोंद्ता हुआ निकल रहा है ..गठबंधन के लोग है जो भोंकते है ..पियाँ पियाँ करते है लेकिन उनमे इस हठी को ना तो रोकने की हिम्मत है और ना ही काटने का साहस है ..बस जनता लुट रही है और गठबंधन ..पक्ष विपक्ष का सुनारी लड़ाई का खेल जारी है ..इसीलियें तो कहते है के हाथी निकलता है और कुत्ते भोंकते रहते है शायद आप तो समझ ही गए होंगे के हाथी कोन  है कुत्ते भोंकने वाले कोन है क्योंकि समझदार  को तो इशारा ही काफी होता है न भाई ..............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 

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