दोस्तों अलविदा के जुमे के बाद ईदुलफित्र के महीने का आज पहला जुमा था लेकिन ..मस्जिद आज रमजान के महीने के मुकाबिल खाली खाली और सूनी सूनी थी ......जी हाँ दोस्तों आज जुमा पढने जब हम हमारे साथी कोटा आकाशवाणी मस्जिद में गए तो लगा के रमजान के माह के जुमे और इस जुमे में काफी फर्क है ....में समझ नहीं सका के रमजान के माह में भी मुसलमान तो इतने ही थे लेकिन जुमे की नमाज़ में लोगों की संख्या बेहिसाब थी लेकिन न जाने क्यूँ रमजान का महिना गया ..अलविदा जुमा गया और इदुल्फित्र का जो पहला जुमा आया वोह सूना सुना सा रहा ..मेने खुदा से दुआ की मस्जिदों में रमजान के माह की तरह ही नमाजियों की भीड़ हो और मुसलमानों आ आचरण भी रमजान के माह की तरह ही हो .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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