शास्त्रों के मुताबिक शिवलिंग व अरघा शिव-शक्ति का सामूहिक स्वरूप होकर सृजन या उत्पत्ति का प्रतीक है, जो अर्द्धनारीश्वर के रूप में भी पूजनीय है।पौराणिक मान्यता है कि शिवलिंग पूजा उस शक्ति की उपासना है जो सृष्टि की रचना का कारण है। इसलिए शिवलिंग साक्षात् परब्रह्म का स्वरूप भी माना जाता है।
यही वजह है कि कण-कण और हर जीव में शिव मानकर अलग-अलग चीजों के शिवलिंग की उपासना सोमवार, चतुर्दशी, अष्टमी या प्रदोष की पुण्यतिथियों के अलावा खासतौर पर सावन माह के आखिरी दिन या श्रावणी पूर्णिमा सांसारिक इच्छाओं को जल्द पूरा करने वाली मानी गई है। इनमें से एक ज़िंदगी की अहम जरूरतों से जुड़ी है और वह है - मकान। जानिए किस-पदार्थ के शिवलिंग की पूजा घर के अलावा कौन-सी इच्छा सिद्ध करती है -
- हवन-यज्ञ की विभूति या भस्म से बने शिवलिंग मनचाही कामना सिद्ध करते हैं।
- अक्षत, गेंहू या जौ के आटे से बने शिवलिंग की पूजा पारिवारिक सुख-शांति व संतान की कामना पूरी करती है।
- स्फटिक शिवलिंग की पूजा हर कामना और कार्य सिद्धि करने वाली मानी गई है।
- चांदी, सोने या मोती से बने शिवलिंग क्रमश: पैसा, खुशहाली व भाग्य वृद्धि करते हैं।
- दही का जल निकालकर निथारकर बने शिवलिंग धन कामना पूरी करते हैं।
- पीपल की लकड़ी से बने शिवलिंग अभाव व दरिद्रता का नाश करते हैं।
- चंदन-कस्तूरी से बने शिवलिंग ऐश्वर्यमय जीवन की कामना पूरी करते हैं।
- रोगमुक्ति के लिए मिश्री या शक्कर के बने शिवलिंग मंगलकारी होते हैं।
- मकान या संपत्ति की चाहत पूरी करने के लिए फूलों से बने शिवलिंग की पूजा करें।
- लहसुनिया के शिवलिंग शत्रु बाधा दूर करते है।
- मृत्यु व काल का भय दूर्वा दल से बने शिवलिंग पूजा से दूर होता है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 अगस्त 2012
जानिए आज कैसे शिवलिंग की पूजा से पूरा होगा घर बनाने का सपना
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