बाड़मेर/रावतसर.पांच साल के एक बच्चे को उसकी ही मां ने कुएं में फेंक दिया। घटना घोनरी नाड़ी की हैं। बीते दिनों पीहर आई कमला पत्नी जीयाराम जाट ससुराल वालों से पीड़ित होकर इस हद तक पहुंच गई कि उसने अपने ही बेटे प्रकाश को गांव के श्मशान घाट के कुएं में फेंक दिया। गनीमत रही उसमें पानी नहीं था। इसलिए बच्चा बच गया।
उसे 4 घंटा बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। कमला के भाई ईश्राराम ने बताया कि कमला को ससुराल वाले लगातार परेशान कर रहे थे। कमला के दो बच्चेहैं।
खुशनसीब था बच्चा
बुधवार को चैनाराम अपने खेत जा रहा था, इसी बीच उसे चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। जब उसने कुएं की ओर जाकर देखा तो बच्चा वहां रो रहा था। चैनाराम ने लोगों को घटना की जानकारी देकर बच्चे को बाहर निकाला। जब बच्चे ने बताया कि उसकी मां ने ही उसे कुआं में फैंका है तो यह सुनकर लोगों की रूह कांप उठी।
अस्पताल में भर्ती है बच्चा
घटना की जानकारी मिलने के बाद बच्चे का मामा भी घटनास्थल पर पहुंच गया। इसके बाद उसको 108 एंबुलेंस से राजकीय अस्पताल लाया गया, जहां उसे भर्ती किया गया।
कमला का पति झगड़ा कर उसके साथ मारपीट करता था। परेशान होकर महिला ने बच्चे को कुआं में फैंक दिया। बच्चा सुरक्षित है। परिवार वालों से समझाइश की जाएगी।
लता कछवाहा, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति, बाड़मेर
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 अगस्त 2012
श्मशान के कुएं से निकला बच्चा, लोगों ने कहा चमत्कार, हकीक़त सुन कांपी रूह!
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