सही वक्त पर और जल्द से जल्द सफलता व बड़ा मुकाम हासिल कर लेना मन, बुद्धि, विवेक और कर्म के बेहतर तालमेल के बूते ही संभव हो पाता है। हिन्दू धर्म मान्यताओं के मुताबिक श्री गणेश की विशेष भक्ति से ऐसे ही शुभ फल मिलते हैं।
इसी कड़ी में चतुर्थी तिथि पर श्री गणेश की प्रसन्नता से सफल व समृद्ध जीवन की कामना पूरी करने के लिए विशेष मंत्र स्मरण का महत्व बताया गया है। जानिए यह मंत्र -
- चतुर्थी तिथि पर सवेरे श्री गणेश की सिंदूर से सजी प्रतिमा की चंदन, सिंदूर, यज्ञोपवीत, दूर्वा, मौली व लड्डू या गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाएं। धूप व दीप लगाकर नीचे लिखे मंत्र का स्मरण विघ्रनाश व सफलता की कामना से कर अंत में श्री गणेश की आरती करें -
प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम्।
तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयो: शिवाय।।
प्रातर्भजाम्यभयदं खलु भक्तशोकदावानलं गणविभुं वरकुञ्जरास्यम्।
अज्ञानकाननविनाशनहव्यवाहमुत्साहवर्धनमहं सुतमीश्वरस्य।।
सरल शब्दों मे सार है कि - ऐसे देवता जिनकी पूजा स्वयं ब्रहदेव करते हैं, मनोरथसिद्धि करने वाले, भय हरने वाले, शोक का नाश करने वाले, गुणों के नायक, गजमुख व अज्ञान का नाश करने वाले व उत्साह बढ़ाने वाले वाले शिव पुत्र श्री गणेश का सुख-सफलता की कामना से मैं सवेरे भजन, पूजन व स्मरण करता हूं।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 अगस्त 2012
5 को चतुर्थी - सवेरे बोलें यह खास गणेश मंत्र, मिलेगी मनचाही खुशियां
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क्या तारीफ करूँ आपकी अख्तर भाई , बस आपका यह लेख देख आनंद आ गया !
जवाब देंहटाएंसर्वधर्म सम भाव का नारा यूँ ही नहीं लगाया गया !
आभार आपका !