धौलपुर के दुवाटी गांव निवासी यह छात्र पंकज कुशवाह उर्फ लालबहादुर सिंह जयपुर के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में सेकंड ईयर में पढ़ता था। छात्रा भी उसके गांव के पास की ही है और झालावाड़ इंजीनियरिंग कॉलेज में थर्ड ईयर में पढ़ती है। प्रेम प्रसंग में असफल रहने पर वह उसको सबक सिखाने झालावाड़ इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंच गया। प्रैक्टिकल परीक्षा दे रही छात्रा के पास पहुंचा तो वह डरकर गर्ल्स होस्टल की ओर भागी।
पंकज ने अपने बैग से पिस्तौल निकाली और उसके पीछे दौड़ पड़ा। छात्रा हॉस्टल में घुस गई। पंकज को गार्ड व एक अन्य महिलाकर्मी ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन उसने दोनों पर पिस्तौल तान दी। हॉस्टल में घुसकर उसने एक छात्रा को पिस्तौल की नोक पर बंधक बना लिया और अपनी प्रेमिका को बुलाने के लिए कहा। इस बीच पुलिस पहुंची और किसी तरह छात्रा को मुक्त कराया।
पुलिस से मोबाइल मांगा, घर पर बात की फिर खुद को गोली मार ली
पंकज ने घर पर बात करने के लिए पुलिस से मोबाइल मांगा। उसने करीब पांच मिनट तक अपने बड़े भाई से बात की। इसके बाद पानी पीने के लिए बोतल भरी। कमरे में पहुंचकर पानी पीया। इस दौरान पुलिस लगातार सरेंडर करने के लिए कहती रही। इसी बीच कमरे से गोली चलने की आवाज आई। पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो पंकज के सिर से खून निकल रहा था। उसे जिला अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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