आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

06 अप्रैल 2012

इनेलो प्रवक्ता को जड़ा थप्पड़ ..लट्ठ नहीं था इसलिए मारा थप्पड़


| Email Print Comment

हिसार.भिवानी .ताऊ देवीलाल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने देवीलाल प्रतिमा पर इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अलग ही नजारा देखा।

वक्ताओं में नाम नहीं लेने से गुस्साई इनेलो महिला शहरी प्रधान कांता श्योराण आपा खो बैठीं। कांता ने अपना गुस्सा कार्यक्रम का मंच संभाल रहे इनेलो प्रवक्ता रमेश बंसल पर निकाला।

कार्यक्रम खत्म होने के बाद बंसल जी जब स्टेज से नीचे खड़े होकर कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे तो कांता श्योराण ने उनकी पीठ पीछे से थप्पड़ दे मारा। थप्पड़ से रमेश बंसल का चश्मा नीचे गिर गया और दूसरे कार्यकर्ताओं ने कांता श्योराण को पकड़कर उन्हें फटकार लगाई।

रमेश बंसल इसके बाद कार्यक्रम से निकल गए और मामले की सूचना पार्टी हाईकमान को दी। शाम को पार्टी हाईकमान ने कांता श्योराण को पार्टी से निष्कासित कर दिया। अजय चौटाला को इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने पार्टी कई आला नेताओं को भी फटकार लगाई और भविष्य में इस तरह की घटना नहीं होने देने की चेतावनी दी।

अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं

ये पार्टी का मामला है और अनुशासनहीनता पार्टी आलाकमान को कतई बर्दाश्त नहीं। सभी जानते हैं कौन कैसा है, कांता श्योराण के बारे में मैं कुछ नहीं बोलना चाहता। कांता ने जब मुझ पर हमला किया तब उसकी तरफ मेरी पीठ थी। मैं तो खुद एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं और सबको सम्मान देना अपना फर्ज समझता हूं।

मुझे लगता है कि कांता या तो मानसिक रूप से परेशान है या फिर सस्ती लोकप्रियता के लिए उन्होंने ऐसा किया है। मैंने इसकी सूचना पार्टी नेताओं को दे दी थी और उन्होंने कांता श्योराण को निष्कासित कर दिया है। रही बात गाली देने की तो मैं महिला तो दूर किसी आदमी के साथ भी इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकता। पार्टी में चाहे महिला और या पुरुष सबको सम्मानित नजर से ही देखा जाता है। --रमेश बंसल, इनेलो प्रवक्ता, भिवानी

इससे पार्टी का नाम खराब

कांता श्योराण का व्यवहार बेतुका और घोर अनुशासनहीनता का था। उनकी इस हरकत से पार्टी का नाम खराब हुआ है और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पार्टी महासचिव अजय चौटाला के आदेश पर कांता श्योराण को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। यह निष्कासन उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो पार्टी के अनुशासन को नहीं जानते। पार्टी आलाकमान के साफ आदेश हैं कि अनुशासन सवरेपरि है। --धर्मपाल ओबरा, जिला प्रधान, इनेलो

..लट्ठ नहीं था इसलिए थप्पड़ मारा

ताऊ देवीलाल को श्रद्धांजलि देने हम सैकड़ों महिलाएं पहुंची थीं। मैंने उनसे (रमेश बंसल) आग्रह किया था कि इनेलो महिला इकाई की शहर अध्यक्ष होने के नाते दो मिनट मुझे भी बोलने का मौका दिया जाए। कार्यक्रम खत्म हो गया उन्होंने बोलने का मौका देना तो दूर मेरा नाम तक नहीं लिया।

कार्यक्रम खत्म होने के बाद मैंने उनसे बात की। उन्होंने कहा कि किसको बोलने देना है किसको नहीं यह उन्हें देखना है तो मुझे गुस्सा आ गया। मुझे गाली भी दी। मेरे पास उस वक्त लट्ठ तो था नहीं मैंने थप्पड़ ही मार दिया।

अब बता रहे हैं कि मुझे पार्टी से निष्कासित कर दिया है तो कोई बात नहीं। उन्होंने हरियाणवीं में कहा कि मेरी कोणसी इंक्रीमेंट रूक जावैगी। बंसल और ओबरा जैसे आदिमयों की वजह से तो पार्टी का यह हाल हो चुका है। एक दिन यह आएगा कि इन जैसे दो चार चापलूस ही पार्टी में रहेंगे। -कांता श्योराण, इनेलो महिला इकाई की शहरी प्रधान (निष्कासित)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...