इससे जाहिर है कि भंवरी, सूरवाल, गोपालगढ़ और दारिया प्रकरणों में सीबीआई ने जो भी एक्शन लिया वो गहलोत से पूछकर ही लिया। वसुंधरा राजे शनिवार को भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ की गिरफ्तारी के विरोध में बड़ी चौपड़ पर आयोजित धरने को संबोधित कर रही थीं। वसुंधरा ने कहा कि अस्पताल में कोई मर जाता है तो गहलोत को मेरा नाम याद आता है, कोई घटना हो जाए तो मेरा ही नाम लेते हैं। साढ़े तीन साल में मेरी साड़ी के पीछे छिपने की बजाय अगर गहलोत ने राज्य में काम किया होता तो जनता को चीख-पुकार नहीं करनी पड़ती।
भंवरी प्रकरण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गहलोत की जानकारी में आने के बाद समय रहते कार्रवाई कर ली होती तो उस दलित महिला की मौत नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि उस प्रकरण में 150 सीडी मिली थी, उसमें से दो ही सीडी बाहर क्यों आई? उन्होंने कहा कि बताया जाता है कि इन सीडियों में केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री के परिजनों और अफसरों के भी नाम शामिल हैं। उन्होंने राजेंद्र राठौड़ प्रकरण पर कहा कि आखिर में जीत न्याय की ही होगी।
कोई भी व्यक्ति को कितने दिन तक बिना वजह जेल में रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र के कई लोगों को विभिन्न मामलों में जेल भेजा गया, लेकिन उन मामलों के पीछे असली लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती और मुलायम सिंह का समर्थन लेने के लिए यूपी में सीबीआई का इस्तेमाल किया गया।
वसुंधरा राजे ने कहा कि जब वे और नागपुर में गडकरी के बेटे की शादी में गए तो आरोप लगाया कि वहां षड्यंत्र रचा और खूनखराबे के लिए वे ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि जिस बैसला पर आरोप लगाया, उसी के घर दो दिन पहले जाकर भोजन करके आए हैं, ये दोहरा चरित्र क्यों?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)