आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

07 अप्रैल 2012

पाकिस्तान को दूध पिलाने से बेहतर है सपेरा बन कर उसे अपने इशारों पर नचाना सीखो

किसी ने कहा है ............दोस्तों दुनिया की यह रस्म निभाते क्यूँ हों
दिल तो मिलते नहीं हाथ मिलाते क्यूँ हो .......
एक दुसरे के दुश्मन है हम लोग जानते है यह
फिर बताओ भारत पाक को क्यूँ बेवकूफ बनाते है हम .................जी हाँ दोस्तों बात तो आप समझ गए इंदिरा जी के वक्त से भारत पाकिस्तान की दुश्मनी है नेहरु ने भी पाकिस्तान को सबक सिखाया है लेकिन पाकिस्तान और वहां के लोग हैं के आज तक भी भारत से दुश्मनी निभाना उन्होंने नहीं छोड़ा है ..हम चाहे इंदिरा जी का वक्त हो ..पाकिस्तान के ज़ुल्फ़िकार भुट्टो हों ..बेनजीर हों ..मुशर्रफ हों ...जरदारी हो सभी को झेलते है पहले इंदिरा जी ..फिर गुजराल ..देवगोडा .वी पी सिंह ..राजीव जी .....अटल जी ..और अब मनमोहन जी जरदारी साहब भारत आ रहे है ख्वाजा की नगरी में ख्वाजा साहब के दरबार में आने का इरादा है लेकिन हम है के उनसे बात करने के पीछे पढ़े है ..मिडिया की खबरों से स्पष्ट है के जरदारी का प्रोग्राम केवल अजमेर शरीफ की यात्रा का बनाया गया प्रचारित भी यही हुआ लेकिन इस यात्रा के दोरान दो देशों की बात और वोह भी दिलों में जब जगह नहीं है ..जरदारी के चेहरे पर कुटिल मुस्कान है ..आतंकवादी हाफिज़ सईद का विवाद है जो देश का दुश्मन है तब हमारे देश को उनकी मेजबानी उनसे वार्ता कोई शोभा नहीं देता या तो इस बार दो तुक शब्दों में उनसे कहा जाये के वार्ताओं का दोर अब खत्म करो या तो आर पार की लड़ाई के लियें तय्यार हो जाओ ..या फिर दिलों का साफ़ कर एक हो जाओ ..भारत के लोगों पर कहर बरपाना बंद करो और देश में सुख शान्ति रहने दो ..अगर जरदारी मानते है तो ठीक वरना उन्हें एक टूरिस्ट की तरह से आने दो और जाने दो उनकी आवभगत और उनसे वार्ता कर यूँ हमारे देश और देश के निवासियों का सर शर्म से निचा करने की जरूरत नहीं है हम सांप को दूध पिलाने का काम बंद करे ऐसे साँपों को बिन बजा कर एक अच्छे सपेरे की तरह अपने इशारों पर नचाना सीखे वरना आस्तीन में सांप पाल कर हम देश और देश के निवासियों का वक्त और रुपया दोनों बर्बाद कर रहे हैं ...अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...