नागपुर.मनपा चुनाव के ठीक पहले शहर महिला कांग्रेस नेतृत्व में परिवर्तन करने से देवड़िया कांग्रेस भवन में महिलाओं का रौद्र रूप देखने को मिला। निवर्तमान अध्यक्ष कांता पराते की समर्थक महिलाओं ने हंगामा कर हड़कंप मचा दिया।
कार्यकर्ताओं ने अश्लील शब्दों के साथ कुर्सियों को फेंकना शुरू कर दिया। कांग्रेस शहर महिला अध्यक्ष कांता पराते को हटा कर उनकी जगह पर मनपा स्थाई समिति की पूर्व अध्यक्ष आभा पांडे की नियुक्ति की गई है। जिससे कांता पराते के समर्थकों में भारी रोष है।
3 घंटे तक देवड़िया भवन पर कब्जा
नियुक्ति से नाराज कार्यकर्ता गुरुवार की दोपहर 4 बजे देवड़िया कांग्रेस भवन पहुंची। चुनाव सामने होने और आचार संहिता लगने के बाद कांता पराते को हटा कर आभा पांडे की नियुक्ति कैसे की? यह सवाल करते हुए समर्थकों ने खूब हंगामा मचाया। लगभग तीन घंटे तक नाराज महिला कार्यकर्ताओं ने देवड़िया भवन को कब्जे में रखा।
छाया निमकर निमसरकार नामक कार्यकर्ता ने सांसद विलास मुत्तेमवार के इशारों पर कांता पराते को हटाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अनीता वर्मा ने ऐसी कोई नियुक्ति नहीं की और न प्रदेशाध्यक्ष को ऐसा कोई पत्र भेजा है।
इसे लेकर महिला कार्यकर्ताओं ने अश्लील शब्दों का प्रयोग कर कुर्सियां फेंकी। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि जब तक शहर अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता आकर हमारे सवालों का जवाब नहीं देते, हम नहीं हटेंगे।
कार्यकर्ताओं से घिरे राऊत
लगभग 5 बजे राज्य के रोगायो मंत्री डॉ. नितिन राऊत देवड़िया भवन पहुंचे। उम्मीदवार आवेदन वितरण की परिस्थिति क्या है यह देखने वे आये थे। शायद उन्हें भी इसकी कल्पना नहीं थी, उन्हें इस परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा।
छाया निमसरकार व अन्य महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। डॉ. राऊत ने इस नियुक्ति के बारे में अनभिज्ञ होने की जानकारी दी, जिसके बाद शाम 5.30 बजे शहर अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता पहुंचे। उन्होंने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे कुछ सुनने को तैयार नहीं थीं।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम पार्टी हाईकमान से चर्चा कर जानकारी लेंगे। इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए शहर अध्यक्ष श्री गुप्ता ने कहा कि कांता पराते को हटाने का लिखित पत्र अब तक महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता वर्मा की ओर से नहीं मिला है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने भी कोई पत्र नहीं दिया है, जिससे नई नियुक्ति नहीं समझी जाएगी। जयप्रकाश गुप्ता ने आभा पांडे के पास भी कोई लिखित पत्र नहीं होने की जानकारी दी।
अचानक नहीं हुआ सब कुछ: आभा
पूर्व स्थाई समिति अध्यक्ष आभा बिज्जू पांडे ने कहा कि यह नियुक्ति चुनाव को मद्देनजर रखते हुए या अचानक नहीं हुई। पिछले 6 महीने से यह प्रक्रिया शुरू थी। सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता वर्मा ने नियुक्ति की घोषणा की।
कांता पराते की कार्यप्रणाली पर निशाना साधते हुए श्रीमती पांडे ने कहा कि अगर वह निष्ठावान कार्यकर्ता रहतीं, तो यह हंगामा नहीं करतीं, न ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ खड़ी रहतीं।
उन्होंने कहा कि श्रीमती पराते पिछले 10 साल से महिला अध्यक्ष पद पर हैं। आखिर कब तक किसी एक पद पर बना रहा जा सकता है।
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