कलिबा निवासी संजीता तिर्की को सपने में आया कि माता मरियम रो रही हैं। उसकी कुछ समझ में नहीं आया तो वह अपने पास रखी माता मरियम की तस्वीर 14 जनवरी की शाम चर्च में रख कर चली गई।
क्या कहते हैं जानकार
ऐसी घटनाएं मानव निर्मित, भौतिक या प्राकृतिक गुणों के कारण हो सकती हैं। किसी भी धर्म या समूह में बिखराव का भय होता है तब भगवान के दूध पीने या अन्य ऐसी घटनाएं सामने आतीं हैं। धर्म या समूह ऐसी घटना को आस्था से जोड़ देता है। इससे समाज में अंधश्रद्धा का ही प्रसार होता है।
एसएन पाठक, समाजशास्त्री
बिना परीक्षण किए स्पष्ट कारण नहीं बताया जा सकता। कभी-कभी जो व्यक्ति मानसिक रूप से कुंठित होता है, वह सपने में भगवान के आने या ऐसी ही किसी विशेष घटना का जिक्र कर मानसिक संतुष्टि व प्रसिद्धि पाना चाहता है। इस घटना में ऐसा हो सकता है। फोटो से आंसू निकलना संभव नहीं है, यह एक प्रकार का ‘इलुसन’ है।
पीपी सैकिया, मनोवैज्ञानिक, गुवाहाटी
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