दाहोद। गुजरात के राजनीतिक इतिहास में एक दुर्लभ कही जाने वाली घटना सामने आई है। इसे दुर्लभ इसीलिए भी कहा जा सकता है कि इस समय पूरे गुजरात में कांग्रेस मोदी के ‘सद्भावना उपवास’ को निशाना बना रही है। मोदी के उपवास के जवाब में जगह-जगह कांग्रेस भी ‘सत्कर्म उपवास’ कर रही है।
दरअसल गुजरात कांग्रेस में उथल-पुथल मचा देने वाली यह घटना कुछ ऐसी है... सोमवार को दाहोद तहसील पंचायत की आम सभा आयोजित हुई। इस सभा के ऐजेंडे में कुल पांच मुद्दे शामिल किए गए। इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के सदभावना उपवास को समर्थन दिए जाने का मुद्दा भी शामिल था। आखिरकार जिले में एकमात्र कांग्रेस शासित तहसील पंचायत ने भी मोदी को समर्थन देने की घोषणा कर दी। कांग्रेस शासित पंचायत के इस फैसले से गुजरात कांग्रेस की राजनीति मंे उथल-पुथल मच गई है।
दाहोद जिले की सात तहसील पंचायतों और जिला पंचायतों में से एकमात्र दाहोद तहसील पंचायत में ही कांग्रेस का शासन है। आपको बताते चलें कि यहां पर भी कांग्रेस ने बहुत मामुली अंतर से ही जीत दर्ज की थी।
दूसरी तरफ इस समय गुजरात में जगह-जगह मोदी सदभावना मिशन का एकदिवसीय उपवास का कार्यक्रम चल रहा है। और कांग्रेस इसका सत्कर्म उपवास करके अपना विरोध दर्ज करा रही है। दाहोद में भी 4 फरवरी को मोदी का एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम आयोजित होना है। दाहोद पंचायत द्वारा मोदी को समर्थन देना कहीं मोदी के सदभावना उपवास की सफलता की ओर इशारा तो नहीं कर रहा?
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 जनवरी 2012
कांग्रेस का मोदी को समर्थन! गुजरात की ‘दुर्लभ’ घटना
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