तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 जनवरी 2012
बीमारी की हालत में अन्ना पर दिग्विजय का वार क्या भारतीय सभ्यता के खिलाफ नहीं
सावधान में दिग्गी राजा हूँ ..में मध्यप्रदेश से कोंग्रेस को पूरी तरह पलीता लगाकर अब राष्ट्रिय स्तर पर कोंग्रेस को बर्बाद करने की कोशिशों में जुटा हूँ ..आपको याद होगा पिछले साल २०११ में मेरे बयानों के कारण मुझे पागल का खिताब दिया गया .में बदतमीज़ भी कहा गया और ऐसा सब कुछ करते हुए मुझे किसी कोंग्रेसी ने नहीं रोका क्योंकि वोह सब भी मेरे साथ कोंग्रेस की आन बान शान इसदेश से मिटा देना चाहते है लेकिन इस मामले में में तो अव्वल रहने वाला हूँ और इसके लियें में भारतीय संस्क्रती के खिलाफ जाकर मुंबई के अस्पताल में बीमार पढ़े अन्ना को भी नहीं बख्शता हूँ मुझे उनके बुढापे ..देश के लियें दी गयी कुर्बानियों की भी कोई प्रवाह नहीं है में उन्हें बीमारी के हालत में भी नहीं छोड़ना चाहता और उन पर व्यंग्य के बाण छोड़ रहा हूँ तो जनाब अन्ना बीमार होंगे मुझे क्या मुझे उनकी तबियत नहीं पूंछना है मुझे उनकी सह्त्याबी की दुआ नहीं करना हैं मुझे तो इस हालत में भी उनका अपमान करना है लेकिन भाई दिग्विजय आपकी इन कलाई करतूतों की सजा तो आपको शीघ्र ही जनता दे डालेगी और कोंग्रेस को तबाह और बर्बाद करने का सपना भी आपका पूरा नहीं हो पायेगा आप देश की जनता को कोंग्रेस के लियें प्रचार कर कोंग्रेस से क्या जोड़ पायेंगे आपने तो अपने भाई जो आपका खून है उन्हें भाजपा में भेज दिया है तो जनाब जब आपके भाई ही कोंग्रेस विचारधारा के मामले में आपके विचारों से सहमत नहीं हो सके है तो फिर देश और देश की जनता तो आपके विचारों से क्यूँ सहमत होगी वोह तो शुक्र करो कोंग्रेस को भी एक जोकर की जरूरत है इसलियें वोह तुम्हारे मजे ले रही है लेकिन प्यारे देश की संस्क्रती समझो पिता के बराबर अन्ना की सहत खराब होने पर उनके स्वास्थ्य सुधार के लियें दुआ करो उनका मजाक मत बनाओ क्योंकि आने वाली पीडी फिर आपके साथ भी ऐसा ही व्यवहार करेंगी हम भी तो बीमार हो सकते हैं तब हमारा कोई उपहास कोई मजाक उडाये तो केसा लगेगा तो जनाब दिग्गी राजा जी अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है अपने किये पापों का प्रायश्चित्त कर लो कभी आप अच्छे थे हीरो थे लेकिन यकीन मानो अन्ना की बीमारी की हालत में मजाक उढ़ाने से आप जीरो बन गये है .अब जनाब चाहो तो माफ़ी मांगो देश की मर्यादाओं को पुनर्जीवित करो और कोशिश करो के कोंग्रेस का प्रचार अभियान अपने घर परिवार से अपने भाई और भतीजों भाभी को कोंग्रेस में शामिल कर शुरू करो अगर आप ऐसा करने में असफल रहते है तो आपको कोंग्रेसी कहलाने का हक भी नहीं है फिर तो यह समझेंगे के आप देश के साथ राजनीति कर रहे हो के कोंग्रेस का शासन हो तो में पावर में भाजपा हो तो भाई पावर में ..... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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आपके विचारों से मैं पूर्णतया सहमत हूँ जी.
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