सच लिखो, चाहे सरकार को बुरा लगे, किसी संस्था को बुरा लगे तभी आप लोकतंत्र में चौथे स्तंभ की भूमिका निभा पाएंगे। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है। गहलोत गुरुवार को यहां बिड़ला ऑडिटोरियम में एक समाचार पत्र के कार्यक्रम में बोल रहे थे।
गहलोत ने कहा कि हमारे देश की एकता और अखंडता के लिए महान नेताओं ने बलिदान दिए हैं। रूस जैसा मुल्क टुकड़ों में बंट गया। आज अमेरिका की क्या स्थिति हो गई है। अमेरिका अन्ना के आंदोलन के बारे में कह रहा है कि भारत इसे सही तरीके से हैंडल करे।
आज हमारे आंतरिक मामलों में अमेरिका की क्या पंचायती है? कार्यक्रम को सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह, भाजपा सांसद रामदास अग्रवाल व महापौर ज्योति खंडेलवाल ने भी संबोधित किया।
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