दौरा पड़ने पर उन्हें जीएमएसएच ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत लाया घोषित कर दिया। सर्च मैमो बनाने के लिए कांस्टेबल राजबीर ने जब जांच की तो मोहनलाल की जेब, जुराबों, अंडरवियर और कपड़ों से करीब 19.5 लाख कैश मिला। इतनी राशि देख पीसीआर कर्मी और डॉक्टर हैरान रह गए।
आईजी प्रदीप श्रीवास्तव ने पीसीआर के ड्राइवर गंगा प्रसाद, लेडी कांस्टेबल मोनिका और सुमन को क्लास वन सर्टिफिकेट देकर और पांच हजार नकद इनाम देकर सम्मानित किया। सर्च मैमो बनाने वाले अस्पताल के कांस्टेबल राजबीर को भी सम्मानित किया जाएगा।
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