आगरा।यूपी के आगरा के पास बसे फतेहपुर सिकरी एक ऐतिहासिक शहर है। यहां के किले और दरगाह विश्व प्रसिद्ध हैं। इसका निर्माण महान मुगल शासक अकबर द्वारा संत शेख सलीम चिश्ती के सम्मान में कराया था। यहां स्थित मजार के बारे में कहा जाता है कि, बेरोजगारों, कुंवारों और निसंतान लोगों की दुआएं पूरी होती हैं। जिन लोगों के पास नौकरी नहीं है, जिनकी शादी नहीं हो रही है और जिन शादी-शुदा लोगों के बच्चे नहीं हो रहे हैं, वो लोग सिकरी में स्थित दरगाह पर सजदा करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इन लोगों की मुरादें पूरी हो जाती हैं। इस बारे में एक दंत कथा है। अकबर को काफी दिनों तक कोई संतान पैदा नहीं हुई। संतान प्राप्ति के सभी उपाय असफल होने पर उसने सूफी संत शेख सलीम चिश्ती से प्रार्थना की। इसके बाद पुत्र जन्म से खुश और उत्साहित अकबर ने यहां अपनी राजधानी बनाने का निश्चय किया। लेकिन यहां पानी की बहुत कमी थी। इसलिए केवल 15 साल बाद ही राजधानी को पुन: आगरा ले जाना पड़ा। वास्तुकला का अद्भुत नमूनाफतेहपुर सीकरी हिंदू और मुस्लिम वास्तुशिल्प के मिश्रण का सबसे अच्छा उदाहरण है। फतेहपुर सीकरी मस्जिद के बारे में कहा जाता है कि यह मक्का की मस्जिद की नकल है। इसके डिजाइन हिंदू और पारसी वास्तुशिल्प से लिए गए हैं। मस्जिद का प्रवेश द्वार 54 मीटर ऊंचा बुलंद दरवाजा है। इसका निर्माण 1570 ई० में किया गया था। मस्जिद के उत्तर में शेख सलीम चिश्ती की दरगाह है। यहां सजदा करते हैं बड़े फिल्म स्टार और राजनीतिक हस्तियांफतेहपुर सिकरी में वास्तुकला का अद्भुत नमूना देखने और दरगाह पर सर सजदा करने के लिए बड़े-बड़े फिल्म स्टार और विश्व की जानी मानी हस्तियां पहंचती हैं। पिछले साल फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोला सारकोजी और उनकी पत्नी कार्ला ब्रूनी सारकोजी सूफी संत शेख सलीम चिश्ती की मजार पर पहुंचे थे। वहीं कैटरीना, सलमान और अक्षय जैसी फिल्मी हस्तियां भी यहां जा चुकी हैं।
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