जानकारी के मुताबिक, सर्प दंश से बेहोश होने वाली मंजू दवा पिलाते ही उठ कर बैठ जाती है। पूरे गांव में मंजू और सर्प के पूर्व जन्म के रिश्ते का अंधविश्वास छाया है। बताते हैं कि मंजू की शिवप्रकाश से एक साल पहले शादी हुई है। पूरा परिवार हलकान है। रात आंखों में गुजर जा रही है। हर वक्त सांप के आने का खतरा मंडराता रहता है।
परिवार वाले मंजू को सांप के काटने के बाद वैद्य के पास ले गए। दवा पिलाने के कुछ ही देर बाद मंजू होश में आ गयी। दिवाली से सांप काटने का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह बदस्तूर जारी है। हर बार सांप मंजू की चारपाई पर चढ़ कर रात में सोते समय ही डसता है।
मंजू के मुताबिक, हर बार वह सांप को डसते हुए देखती है। चिल्लाती है। जबतक घर वाले आते है सांप भाग जाता है। पूरा परिवार भयभीत है। गांव के लोगों को आशंका है कि मंजू और सांप में कहीं पिछले जन्म का रिश्ता तो नहीं है।
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