कुर्बानी के लिए जहां ‘शाहरुख, सलमान और अरबाज’ तैयार बैठे हैं, वहीं ‘राजाबाबू और मुन्नाबाबू’ भी तैयार हैं। इनमें ‘शाहरुख, सलमान और अरबाज’ की कीमत सवा पांच लाख रखी गई थी, इनमें से अरबाज 1.62 लाख में बिका। इस बार यहां दुंभों की भरमार है।
कई घरों में तुर्क से लाए दुंभे भी लोकप्रिय हैं, मगर दुंभों की कीमत अधिक होने से बकरों की कुर्बानी अधिक होती है। कुर्बानी के लिए तैयार बकरों की तंदुरुस्ती के लिए खुराक भी दुरुस्त दी जा रही है। इसी कारण राजाबाबू और मुन्ना बाबू का वजन 380 और 280 किलो है।
घाटगेट के मोहल्ला सिपाहियान निवासी असलम भाई बताते हैं कि राजाबाबू की लंबाई 5 फुट, ऊंचाई 3.5 फुट है। बकरा मंडी में टोंक से आए शाहरुख, सलमान व अरबाज के मालिक उमर मियां बताते हैं कि प्रत्येक बकरे की खुराक में दो सौ रुपए खर्च हो जाते हैं।
जिलहिज्जा का माह शुरू होते ही दिल्ली रोड पर बकरा मंडी शुरू हो जाती है। अब तक यहां करीब एक लाख बकरे बिक चुके हैं। वहीं मुस्लिम घरों 50 हजार बकरों की कुर्बानी होगी। रविवार को भी लगभग 25 हजार बकरों की बिक्री की संभावना है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)