आपका-अख्तर खान

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13 अक्तूबर 2011

बड़ी जल्दी ऊपर पहुँच गयी...."

एक आदमी अपनी बीवी का अंतिम-संस्कार करके घर लौट रहा था.
अचानक मौसम खराब हो गया,
बिजलियाँ चमकने लगीं, बादल गरजने लगे,
चक्रवात आने जैसा मौसम बन गया.
उस आदमी ने खामोशी से ऊपर देखा और अपने आप से बोला,"लगता है, बड़ी जल्दी ऊपर पहुँच गयी...."

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