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13 अक्तूबर 2011

एक हाथी जो अपनी ही फोज को मारता है ..............

जी हाँ दोस्तों एक हाथी जो अपनी ही फोज को मरता है रोंद्ता है ऐसी एक पुरानी कहावत है जिसे कई लोग भद्दी या अभद्र गली वाली भाषा में भी उस हाथी का विशिष्ठ नाम लेकर सम्बोधित करते है ..अब यहे कहावत हमारे देश में सच होने लगी है हमारे देश के कई ऐसे हाथी हैं जो खुद को हाथी साबित करने के चक्कर में अपनी ही फोज को रोंद रहे हैं लेकिन जो लोग देश के दुश्मन हैं उनके खिलाफ वोह कुछ भी कर पाने में असमर्थ हैं और हमारा देश हमारे देश के लोग उनकी इस ताकत उनके इस गुस्से उनके इस देश प्रेम को समझ नहीं पा रहे हैं और उन्हें देश की सेवा और सुरक्षा का मोका नहीं दे पा रहे हैं तो दोस्तों हमारे देश को ऐसे लोगों की ताकत को समझ कर उन्हें सरहदों पर दुश्मनों से मुकाबले के लियें बच्चों वाली ह्गीज़ पहना कर भेज देना चाहिए ..जी हाँ ह्गीज़ इसलियें के बात करना और करके दिखाने में बहुत फर्क होता है और फिर ऐसे लोगों को सरहदों पर हगिज़ की जरूरत पढना स्वाभाविक है ..अभी हाल ही में प्रशांत भूषण ने कश्मीर के मामले में बचकाना बयान दिया उससे मुझे भी नाराजगी है आपको भी नाराजगी हो सकती है लेकिन जो तरीका इन हाथियों ने अपनाया है वोह कतई स्वीकार्य नहीं हैं ऐसे लोग जो जानवर बन गये हैं उनसे इंसानों सा सुलूक बिलकुल नहीं करना चाहिए ....आप जानते हैं के हमारे देश में ऐसे लोगों को मीडिया द्वारा महिमा मंडित किया जाता है समाज में ऐसे लोगों को तिरस्क्रत करने के स्थान पर उन्हें भाई साहब कहा जाता है राजनितिक परियों में ऐसे लोगों को पदाधिकारी बनाने और फिर टिकती देने की होड़ लगी रहती है फिर ऐसे लोगों या ऐसे हाथियों को देश की जनता पर हुकूमत करने का इससे बहतर शोर्ट कट और क्या मिलेगा .......खेर देश में तो यही सब होता है जब भोलानाथ पांडे इन्द्रा जी के लियें हवाई जहाज़ का अपहरण करते हैं तो उन्हें सांसद बनाया जाता है जब कुछ लोग देश की आस्थाओं को तोड़ते हैं तो उन्हें सरकार दी जाती है महाराष्ट्र में जब कुछ लोग खुली गुंडा गर्दी करते है तो उन्हें सत्ता दी जाती है तो यह सब तो होना ही है लेकिन हमारे बच्चे और नोजवान कामयाबी का यह शोर कट अगर अपाने लगे तो बहुत जल्द गृह युद्ध के हालात इस देश में हो जायेंगे ....तो दोस्तों मेरे दिमाग में एक ख्याल है आप भी शायद उससे सहमत होंगे ऐसे जोशीले और देश भक्त नोजवान जो देश और देश वासियों के लियें वही हाथी साबित हो रहे हैं तो उन्हें आखिर रास्ता देशभक्ति का रास्ता क्यूँ न दिखाया जाए अगर कल भूषण के हमलावरों और ऐसे कुछ नोजवानों को इकट्ठा करे और देश के लियें मर मिटने का दावा करने वाले क्षेत्रवाद के नाम पर लोगों पीटने वाले बाल ठाकरे .राजठाकरे और शिव्सेनिकों ..मनसे ..विनय कटियार ..प्रवीन तोगडिया ..म्मंमोहन ..नरेंद्र मोदी सहित सभी देश भक्तों को सरहद की ज़िम्मेदारी दे दी जाए तो फिर सरहद पार आतंकवादियों और दुश्मन देशों के तो यह देश भक्त छक्के ही छुड़ा देंगे और दुश्मनों को कदमों में लाकर गिरा देंगे तो दोस्तों आखिर हमारी सरकार ऐसे बहादुरों के लियें इन्हें सरहद पर भेजने का कोई पैकेज तय्यार करे और जल्दी इसे अंजाम दे इसके लियें हमे सभी को सरकार से मांग करना चाहिए हैं ना सही कहा ना भाई या बुरा मान गये ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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