इसके लिए 19 नवंबर को राजघाट पर उपवास किया जाएगा और राजघाट से उसी दिन विजय चौक इंडिया गेट तक गंगा क्रांति मार्च होगा। इसके लिए 18 नवंबर को नई दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में बैठक होगी। बैठक में गंगा क्रांति अभियान को लेकर कई अहम फैसले लिए जाएंगे।
गंगा जल बिरादरी के बैनर तले राजेंद्रसिंह ने सोमवार को अन्ना हजारे का नाम लिए बिना यहां बयान जारी कर कहा कि हमारे सदाचार से ही हमारा भ्रष्ट आचार, विचार और व्यवहार बदलेगा। तभी भ्रष्टाचारियों को सदाचारी बना पाएंगे। गंगा का भ्रष्टाचार रोकने के लिए गंगा की स्वच्छता और संरक्षण जरूरी है।
अब तक इसके लिए केंद्र सरकार ने जितना भी धन खर्च किया है, उसकी जांच जरूरी है। यह जांच तय समय सीमा में ही पूरी हो जानी चाहिए ताकि दोषियों को दंडित किया जा सके। राजेंद्रसिंह की मांग है कि राष्ट्रीय नदी गंगा बेसिन प्राधिकरण की भूमिका को स्पष्ट बनाया जाए और इसकी बैठकें समय पर बुलाई जाएं।
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