एसीबी का कहना है कि यह रिश्वत एसडीओ ने अपने रीडर के मार्फत हाइवे से सटी जमीन की भूमि रूपांतरण की फाइल निपटाने की एवज में ली है।
एसीबी के डीआईजी संजीव नार्जरी ने बताया कि जोधपुर के जाखण निवासी भंवरसिंह राजपूत ने रोहट-जोधपुर हाइवे के निकट निंबली पटेलान गांव की सरहद में 6 बीघा जमीन ले रखी है।
भूमि रूपांतरण कराने के लिए उसने रोहट उपखंड अधिकारी कार्यालय में डेढ़ डेढ़ बीघा जमीन की चार फाइल पेश की थी। परिवादी भंवरसिंह ने एसीबी में शिकायत की कि चारों फाइलों के निस्तारण की एवज में रोहट उपखंड अधिकारी चूनाराम विश्नोई ने 60 हजार रुपए की डिमांड की।
एडवांस के तौर पर उसने 10 हजार रुपए दे दिए, जबकि सोमवार को 30 हजार रुपए देना तय हुआ था। शिकायत की पुष्टि के बाद सोमवार को सिरोही एसीबी चौकी के डीएसपी जोगाराम की टीम ने परिवादी को 30 हजार रुपए देकर भेजा।
परिवादी द्वारा रिश्वत के रुपए कार्यालय के लिपिक कम रीडर मोहम्मद उमर को सौंपते ही एसीबी की टीम ने उसे धर दबोचा। रीडर का कहना था कि यह रकम उपखंड अधिकारी के कहने पर ली गई है, जिसकी पुष्टि होने पर टीम ने आरएएस अधिकारी विश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया।
वकील की जेब में रख दिए नोट
एसीबी की कार्रवाई के दौरान रीडर ने रिश्वत के रूप में लिए 30 हजार रुपए की राशि के नोट कार्यालय में खड़े एक वकील की जेब में रख दिए। उस वकील ने एसीबी के सामने यह खुलासा किया कि उसकी जेब में रखे नोट रीडर ने एसडीओ के कहने पर डाल दिए। इसकी भनक भी उसे नहीं लगी।
एसीबी ने वकील के बयान को सरकारी गवाह के रूप में दर्ज किया है। ट्रेप की यह कार्रवाई देर शाम तक जारी थी। एसीबी सिरोही चौकी के डीएसपी जोगाराम ने बताया कि आरोपी आरएएस व रीडर को मंगलवार को जोधपुर स्थित एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)