बच्ची के तन पर कोई कपड़ा नहीं था, लेकिन उसने मौत को हर मोर्चे पर मात दे दी। जब यह बच्ची जीवित निकाली गई तो भूकंप से परेशान एरसिस शहर के लोगों और राहतकर्मियों के चेहरे पर खुशी देखने लायक थी।
इस बच्ची का नाम है ‘अजरा’। जिसका मतलब होता है ‘मदद’। जब यह बच्ची निकाली गई तब यह अपनी मां सेनिहा की गोद में थी। सेनिहा ने जैसे ही राहत एवं बचावकर्मियों को देखा उसने रोते हुए अपनी बच्ची को वहां से ले जाने को कहा। अजरा को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां वह स्वस्थ और सुरक्षित है।
उसकी मां और दादी को बाद में मलबे से निकाला गया। दोनों को ज्यादा चोटें नहीं आई हैं पर भूख और प्यास की वजह से कमजोर हो गई हैं। अजरा के पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
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