शास्त्र अनुसार दोपहर 12.45 से 3 बजे तक के समय में ही भगवती यमुना ने भाई यम को तिलक लगाया था इसलिए यह समय अति शुभ माना गया है। भाई यम से बहन यमुना (नदी) ने वरदान लिया था। कि इस दिन जो भी भाई बहन यमुना में स्नान करेंगे उसे यमलोक नहीं भेजा जाएगा। इस लिए इस दिन यमुना नदी में स्नान का विशेष महत्व है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 अक्तूबर 2011
आज है भैया दूज, जानिए क्या है शुभ मुहूर्त
शास्त्र अनुसार दोपहर 12.45 से 3 बजे तक के समय में ही भगवती यमुना ने भाई यम को तिलक लगाया था इसलिए यह समय अति शुभ माना गया है। भाई यम से बहन यमुना (नदी) ने वरदान लिया था। कि इस दिन जो भी भाई बहन यमुना में स्नान करेंगे उसे यमलोक नहीं भेजा जाएगा। इस लिए इस दिन यमुना नदी में स्नान का विशेष महत्व है।
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