लुधियाना, बरनाला, संगरूर व मानसा जिलों से जुटी महिला कर्मियों पर पुलिस ने ढींडसा के निवास के समीप लगाए गए सड़क अवरोधक को जबरन उखाड़ने पर लाठियों का प्रयोग किया। इससे पहले पुलिस और यूनियन सदस्यों में काफी धक्का-मुक्की हुई। बल प्रयोग के बाद यूनियन सदस्यों ने कोठी के पास मुख्य सड़क पर धरना दे दिया।
सड़कों पर उतरना मजबूरी
आंगनवाड़ी मुलाजिम यूनियन (सीटू) की राज्य अध्यक्ष ऊषा रानी, आशा वर्क र्स यूनियन की महासचिव सरोज रानी, मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की महासचिव हरपाल कौर का कहना है कि राज्य सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। इस कारण उन्हें सड़कों पर आने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों की ओर ध्यान न दिया गया तो मंत्रियों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा।
यह हैं मांगें
आंनगवाड़ी मुलाजिमों के लिए हरियाणा पेट्रन पर 5 हजार प्रति वर्कर व 2500 रुपए प्रति हेल्पर, आशा वर्कर व मिड डे मील वर्कर को पक्का करना, पेंशन स्कीम के तहत लाना, मेडिकल भत्ता, डीए पेट्रन लागू करना, श्रम कानून लागू करना आदि।
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