हिसार. टीम अन्ना के कांग्रेस विरोध के चलते चर्चा में आए हिसार उपचुनाव में अन्ना का असर होता दिखा है। कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश की करारी हार हुई है और उनकी जमानत जब्त हो गई है जबकि भारतीय जनता पार्टी समर्थित हरियाणा जनहित कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप बिश्नोई जीत गए हैं। इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार अजय चौटाला दूसरे नंबर पर रहे। बिश्नोई की जीत की खबर मिलते ही उनके घर के बाहर समर्थकों की भीड़ जुटने लगी है। समर्थकों के बीच जश्न का माहौल है। बिश्नोई को 3,55,941 वोट मिले जबकि चौटाला को 3,49,618 और जय प्रकाश को 1,49,785 वोट मिले।
हिसार लोकसभा सीट पर 2009 में हुए चुनाव में भजन लाल को 2,48,476 वोट मिले थे और वह विजयी रहे। इनेलो प्रत्याशी संपत सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे जिन्हें 2,41,493 वोट मिले थे वहीं कांग्रेस के जय प्रकाश को 2,04,539 वोट मिले थे। यानी इस बार जय प्रकाश को करीब 55 हजार वोट कम मिले। भजन लाल के निधन से खाली हुई इस सीट पर हुए उपचुनाव को टीम अन्ना ने अपनी ताकत परखने के लिए बखूबी इस्तेमाल किया। आगे वह उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी इसे आजमा सकती है।
केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी ने नतीजे आने से कई घंटे पहले ही हिसार लोकसभा उपचुनाव में अपनी पार्टी की हार मान ली थी। मुखर्जी ने कहा कि हार हमेशा ही बुरी होती है। उन्होंने कहा कि हिसार में पार्टी को मिली हार की समीक्षा की जाएगी। वहीं कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि हिसार में कांग्रेस की हार टीम अन्ना के अपील के चलते नहीं हुई है। पार्टी महासचिव और हरियाणा मामलों के प्रभारी बी के हरिप्रसाद ने कहा कि हिसार सीट पर कांग्रेस की हार ‘अप्रत्याशित’ नहीं है क्योंकि बीते चुनाव में भी ऐसा हुआ था फिर भी कांग्रेस इस बार तीसरे स्थान पर रही है। उन्होंने कहा कि लोकपाल मसले पर टीम अन्ना की अपील का इस चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ा है बल्कि सहानुभूति के चलते विजयी उम्मीदवार के पक्ष में सबसे अधिक वोट पड़े। गौरतलब है कि आज हिसार लोकसभा उपचुनाव के अलावा बिहार, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में विधानसभा की एक-एक सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे भी आए, जिसमें कांग्रेस या उसके गठबंधन को हार मिली। (विस्तृत खबर के लिए रिलेटेड आर्टिकल पर क्लिक करें)
13 अक्टूबर को हुए उपचुनाव में करीब 70 फीसदी मतदान हुआ था। बिश्नोई की जीत को भाजपा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीत करार दिया है। भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि हिसार की जनता ने हजकां-बीजेपी गठबंधन पर भरोसा जताया इसके लिए वह शुक्रगुजार हैं। प्रचार के दौरान टीम अन्ना का खुला विरोध झेलने वाले कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश का कहना है कि इस चुनाव पर अन्ना हजारे की अपील का कोई असर हो ही नहीं सकता। उनका कहना है कि चुनाव स्थानीय और राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं, न कि किसी की अपील के आधार पर।
कैसे जब्त होती है जमानत?
यदि किसी प्रत्याशी को कुल हुए मतदान के 1/6 वोट भी नहीं मिलते हैं तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी चुनाव में कुल एक लाख मत पड़े तो उम्मीदवार को अपनी जमानत राशि बचाने के लिए कम से कम 16667 वोट प्राप्त करने होंगे।
नियमानुसार एक सीट पर हुए चुनाव में पड़े वैध मतों का 1/6 हिस्से से अधिक वोट मिलने चाहिए, तभी उसकी जमानत बच सकती है। यदि प्रत्याशी को इतने वोट भी नहीं मिल पाते हैं तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है। इसके चलते उस प्रत्याशी की ओर से नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त जमा कराए गए रुपये जब्त कर लिए जाते हैं। हालांकि जो उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में कामयाब हो जाते हैं उन्हें जमानत के रूप में जमा किए गए रुपये बाद में वापस मिल जाते हैं।
अन्ना का कांग्रेस विरोध
टीम अन्ना ने इस लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। अन्ना हजारे तो इस प्रचार का हिस्सा नहीं बन सके लेकिन उन्होंने वोटरों के लिए वीडियो संदेश जारी किया था। टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी और मनीष सिसोदिया ने कई जगह जनसभाएं कर लोगों को कांग्रेस के खिलाफ वोट देने की अपील की थी।
इस सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान टीम अन्ना के कांग्रेस के खिलाफ प्रचार से कांग्रेस ने टीम अन्ना पर हमले तेज कर दिए। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अन्ना हजारे को खुली चिट्ठी लिखकर पूछा कि क्या उन्हें भजन लाल के परिवार, चौटाला परिवार की हकीकत नहीं पता है? कांगेस नेता ने इन सियासी घरानों पर भ्रष्टाचार के आरोपों का भी जिक्र किया।
टीम अन्ना के विरोध से बौखलाए कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश ने भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि टीम अन्ना के कांग्रेस विरोध से यहां की जनता में गुस्सा है। जय प्रकाश ने यहां तक कह दिया कि टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण की जिस तरह पिटाई हुई है, वैसी घटना केजरीवाल के साथ भी हो सकती है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 अक्टूबर 2011
अन्ना का असर? हिसार में कांग्रेस की जमानत जब्त, कुलदीप बिश्नोई जीते
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