तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 अक्तूबर 2011
क्या कहिये ऐसे हाजी, मोलवी ,मोलानाओं को ...........
जी हाँ दोस्तों इस्लाम के अलमबरदार इस्लाम की रौशनी देश और विश्व में इस्लाम के संरक्षक कहे जाने वाले हाजी ..मोलवी और मोलाना ही अपने निजी स्वार्थों के चलते राजनीति करने लगें और इसके लियें कोम की सोदेबाज़ी करते रहे तो फिर इस्लाम से जुड़े लोग और जो लोग इस्लाम को इज्ज़त की निगाह से देखते हैं उनके दिल पर क्या गुज़रेगी .......जी हाँ वेसे तो तवों से लेकर कोम की सोदेबाज़ी में यही लोग राजनितिक रूप से अव्वल रहे हैं और यही वजह रही है के देश में आज तक मोलानाओं के कारण ही मुस्लिम लीडरशिप खड़ी नहीं हो पायी है ..अभी हाल ही में राजथान के गोपालगढ़ में हिंसा हुई पुलिस ने चुन चुन कर मुस्लिमों को गोलियों से भूना कोंग्रेस सरकार ने राजस्थान के अधिकारियों ने जो किया उसे सही ठहराया और हालात यह रहे के कोंग्रेस कार्यसमिति और फिर राहुल के दोरे के बाद सरकार की काली करतूतें सामने आने लगी उत्तरप्रदेश जहां मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है वहां कोंग्रेस को चुनाव जितना है इसलियें हाईकमान राजस्थान सरकार के खिलाफ कड़ा फेसला लेना चाहती थी लेकिन अफ़सोस हमारे राजस्थान और देश के हाजी .मोलाना ..मोलवी कोंग्रेस के थोड़े से टुकड़ों पर पलते हैं और निर्दोष मुस्लिमों की लाशों के सच को ठुकरा कर दिल्ली राजनीति करने जा पहुंचे यह लोग टोपियाँ लगा कर दाड़ी पर हाथ फेरते हुए दिल्ली कोंग्रेस हाईकमान के पास गहलोत सरकार को भगवान और मुसलमानों का मसीहा बताकर खूब रोये चीखे चिल्लाए और नतीजा सामने है के कोंग्रेस को राजस्थान सरकार के खिलाफ सख्त फेसला टालना पढ़ा लेकिन दोस्तों राहुल आयें हालात देखें और कोई कार्यवाहीं ना हो ये कोंग्रेस और हाईकमान के लियें शर्मनाक भी है रो राजनितिक रूप से खतरनाक भी लेकिन इससे भी ज्यादा खतरनाक देश के और राजस्थान के वोह मोलाना वोह हाजी वो मोलवी हैं जो पूरी मुस्लिम कोम को गिरवी रख कर थोड़े से टुकड़े और फायदे के लियें लाशों पर राजनीति कर रहे हैं शेम शेम .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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अख्तर साहब,पढ़ कर अफ़सोस ज़ाहिर करता हूँ.सबसे पहले ये कहना चाहता हूँ कि हम जो भी हों हम सभी को हिंदुस्तान में ही रहना है.इसलिये धार्मिक कट्टरता को एकदम से ख़त्म करना होगा और धार्मिक हिंसा को रोकना ही होगा.धार्मिक हिंसा रोकने के लिए हम अपने जान कि बाज़ी लगा देंगे.
जवाब देंहटाएंआपकी बेबाक कलम नविशी पढ़ कर अच्छा लगा .यूँ ही सच सामने लाते रहिये.शाहजहाँ और शाहजहाँ जैसे लाखो इंकलाबी आपके साथ हैं.