मंगल के चार अरब साल पुराने एक उल्का पिंड के अध्ययन में पहली बार पुख्ता सबूत पाया गया कि मंगल अब की तुलना में कभी ज्यादा गर्म और नम होता था। डेली मेल के मुताबिक, खगोलीय पिंड के खनिज का निर्माण 18 डिग्री सेल्सियस पर हुआ जिससे ऐसी संभावना है कि ग्रह पर कभी जीवन रहा होगा।
हालांकि यह अब भी रहस्य है कि उष्ण तापमान क्या केवल अस्थायी थे। कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक और अध्ययन के अगुआ वुडी फिशर ने कहा, ‘वास्तव में सबसे बड़ी बात है कि 18 डिग्री न तो ठंड और न ही गर्म तापमान है। यह उल्लेखनीय परिणाम है।’ वैज्ञानिकों के अनुसार, मंगल के इतिहास के लिए उसका तापमान जानना महत्वपूर्ण है।
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