आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

14 अक्तूबर 2011

यह क्या होने लगा है ....

यह क्या
होने लगा है
फिर से ,
मेरी जिंदगी में
मेरे दोस्तों ...
वोह मेरी
खामोश जिंदगी में
क्यूँ याद आने लगे हैं
फेर से
मेरे दोस्तों ............
मुझे बताओ
क्या फिर से
वही तबाही
बर्बादी का लम्हा
तूफ़ान बन कर
आने वाला है
मेरी जिंदगी में दोस्तों ॥
मुझे कोई तो बताओ
पहले की तरह
वोह फिर से
क्यूँ याद आने लगे हैं
मेरी जिंदगी में
मुझे दोस्तों ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...