बरिंदरजीत सिंह ग्रेवाल (17) के मौसा कुलदीप सिंह ने बताया कि बरिंदरजीत की मां लखबीर कौर का उसके पिता जतिंदर सिंह के साथ करीब 18 वर्ष पहले तलाक हो गया था। इकलौते बेटे को लखबीर कौर ने अपने साथ रख लिया और बचितर नगर में एक स्कूल में टीचर की जॉब करने लगी।
बारहवीं पास करने के बाद बरिंदरजीत सिंह को डेढ़ वर्ष पहले स्टडी वीजा पर न्यूजीलैंड भेजा था। अभी हाल ही में उसे वर्क परमिट मिला था। 16 अक्तूबर की रात बरिंदरजीत न्यूजीलैंड में ही एक पार्टी में गया था। घर लौटने पर उसने उसने अपने दोस्तों को बताया कि उसका दिल घबरा रहा है। अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत हो गई। न्यूजीलैंड पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव भारत भेज दिया था। शनिवार करीब साढ़े ग्यारह बजे शव पटियाला पहुंचा था।
आखिरी बार देखने आए थे पोते को
लुधियाना में रहने वाले बलजिंदर सिंह ग्रेवाल अपने पोते का मुंह आखिरी बार देखने के लिए पटियाला पहुंचे थे। जैसे ही उन्होंने शव से कफन उठाया उन्हें भी दिल का दौरा पड़ गया और मौके पर ही दम तोड़ दिया।
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