तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 अक्तूबर 2011
राहुल ने आखिर अपना दाव खेल ही दिया .............
राजस्थान में एक तरफ जब गोपालगढ़ की गूंज पुरे देश में राहुल गान्धी को नाकामयाब बता रही थी वहीँ इसी गोपालगढ़ पर राजनीति कर राहुल ने विपक्ष और चमचे चापलूसों को चारों खाने चित कर दिया है ........ गोपालगढ़ में राजस्थान पुलिस द्वारा एक तरफा बेरहमी से कत्ल फिर सरकार की बेशर्मी ने कोंग्रेस के शासन को शर्मसार कर दिया अथा विपक्ष बार बार कोंग्रेस के खिलाफ उंगलियाँ उठा रहे थे लेकिन एक अच्छे और निष्पक्ष शासक की भूमिका निभाते हुए राजस्थान में पहली बार जनता से और शिकायत कर्ताओं से सीधे रूबरू होने के लियें राहुल गान्धी गोपालगढ़ आ धमके और देश को सकते में डाल दिया विपक्ष की बोलती बंद कर दी गयी भाजपा जहां एक आई पी एस को जेल में बंद किया जाता है और उसकी पत्नी की शिकायत पर संगठन स्तर पर भाजपा का कोई पदाधिकारी ग़ोर करना नहीं चाहता उलटे मोदी की कार्यवाही की बिना जांच पढ्ताल के पुष्ठी कर रहे है लेकिन दूसरी तरफ राहुल जो ना किसी की सुन रहे हैं ना किसी पर भरोसा कर रहे हैं वोह खुद मोके पर गए एक अच्छे राजा की तरह राजधर्म निभाया बस अब देखना यह है के इस गुप्त और अचानक यात्रा का नतीजा कब और केसा आता है सभी की निगाहें राहुल के उसी फेसले पर टिकी हैं जिससे देश भर में राहुल की छवि दांव पर है राहुल अगर खामोश रहते है तो वोह कमजोर साबित होंगे और अगर सरकार के खिलाफ कोई कठोर निर्णय लेकर जनता को बताते हैं तो राजस्थान में कोंग्रेस की बिगड़ी हालत में सुधार आएगा वरना राहुल फिर से अग्यात्वास के अँधेरे में डूब जायेंगे क्योंकि गोपलागढ़ मामले में कोंग्रेस और भाजपा दोनों मिलकर घटना पर लीपापोती कर जघन्य हत्या करने वाले पुलिस और प्रशाशनिक अधिकारीयों को बचाने का खेल खेल रहे हैं इस यात्रा से शायद राहुल गाँधी इतना तो समझ ही गये होंगे ............................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)