नई दिल्ली. पाकिस्तान ने जिस तरह कारगिल में घुसपैठ कर भारत के साथ युद्ध किया, उसी तरह की हरकत 'भारत को सबक सिखाने के लिए' चीन भी कर सकता है। यह चेतावनी रणनीतिक मामलों का थिंक टैंक माने जाने वाले संस्थान इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (आईडीएसए) ने दी है।
आईडीएसए ने 'ए कंसिडरेशन ऑफ साइनो इंडियन कॉनफ्लिक्ट' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें उन परिस्थितियों का जिक्र किया गया है, जिनके चलते भारत और चीन के बीच संघर्ष की स्थिति बन सकती है। रिपोर्ट के लेखक अली अहमद ने लिखा है कि कारगिल जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। चीन का मकसद भारत को सबक सिखाना हो सकता है। वह भारत के सामने अपनी श्रेष्ठता भी साबित करना चाह सकता है। चीन लगातार अपनी ताकत में विस्तार कर रहा है और वह इसे भारत को जताना चाह सकता है।
1999 में कारगिल में पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठ कर ली थी, जिन्हें खदेड़ने के लिए भारत को सैनिक ताकत का इस्तेमाल करना पड़ा था और दोनों देशों की सेनाओं के बीच युद्ध हुआ था।
आईडीएसए की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन भारत के किसी भूभाग पर कब्जा भी कर सकता है। वह अरुणाचल प्रदेश के तवांग जैसे किसी इलाके पर अपना कब्जा जमा सकता है। हालांकि इसमें यह भी कहा गया है कि भारत चीन की ऐसी हरकतों का जवाब देने के लिए लगातार ज्यादा तैयार हो रहा है।
चीन की ओर से भारत को बढ़ रहे खतरे के बीच पाकिस्तान में भी एक बार फिर भारत विरोधी आवाज उठी है। क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने भारत को एक तरह से चुनौती देते हुए कहा है कि कश्मीर में भारत की सेना कुछ नहीं कर सकती
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
31 अक्टूबर 2011
आईडीएसए की चेतावनी- भारत की जमीन कब्जा सकता है चीन, इमरान ने उगली आग
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