दोस्तों आप सभी जानते है देश में इन दिनों साइबर क्राइम तेज़ी से बढा है कोई भी फेक आई डी बनाकर किसी को धमकियां देता है ..अभद्रता करता है उसका मान मर्दन करता है हंसी ठिठोली करता है समाज को दूषित करता है और उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ता है नतीजन उसके होसले बढ़ते है और फिर एक से दो ..दो से चार होकर यह संख्या दिन बा दिन बढती चली जाती है .दोस्तों सारा देश जानता है के देश में साइबर क्राइम एक खतरनाक अपराध है इससे आतंकवाद से लेकर खतरनाक अपराध और अपमान तक की कार्यवाही यह अपराधी कर रहे हैं ..कहने को तो देश में कानून बना है साइबर थाने बने हैं और सभी थानों को इस कानून के तहत मुकदमे दर्ज कर कार्यवाही करने के निर्देश हैं सरकार ने इसे कंट्रोल करने के लियें गृह विभाग..विधि विभाग और इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी विभाग बनाया है इन तीनों विभागों के मंत्रियों और निठल्ले कर्मचारियों पर सरकार के अरबों रूपये खर्च हो रहे हैं लेकिन नतीजा क्या है .....सरकार के प्रधानमन्त्री ..यु पी ऐ अध्यक्ष सोनिया गाँधी ..मंत्री कपील सिब्बल .दिग्विजय सिंह सहित सभी मंत्रियों और नेताओं के गंदे चेहरे अभद्र स्केच उनका मान मर्दन करते हुए फेस बुक और दुसरे ब्लोगों पर निरंतर प्रकाशित किया जा रहे हैं इतना ही नहीं फेस बुक और दुसरे ब्लोगों पर फर्जी आई डी से छेड़छाड़ से लेकर लोगों के अपमान और मान मर्दन सहित साम्प्रदायिकता का जहर फेलाने का दोर चल रहा है ..विज्ञापन एजेंसियां मोबाइल कम्पनियां फोन के माध्यम से संदेश के माध्यम से लोगों को इनाम के नाम पर ठग रही हैं लेकिन हमारे देश की सरकार इसे रोकने के मजबूत कानून होने के बाद भी आजतक ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर उनके चेहरे बेनकाब नहीं कर रही है विधि विभाग और इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी विभाग साइबर क्राइम को रोकने के लियें गंभीर नहीं है इसीलियें करोड़ों की ठगी इसी के माध्यम से हो रही है इंदिरा से लेकर राहुल मनमोहन सिंह से लेकर सभी मंत्रियों का मान मर्दन विधिविरुद्ध तरीके से वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता के नाम पर क्या जा रहा है ..सरकार अगर वक्त रहते नहीं चेती तो यह साइबर अपराध देश में एक दिन समाजों ..राजनितिक पार्टियों और सम्प्रदायों में इतना वैमनस्यता भर देंगे के उसे सम्भालना मुश्किल हो जाएगा .सब जानते है गूगल हो या फेसबुक अगर यहाँ कोई गडबडी करता है तो उसपर इन माइक्रोसोफ्ट कम्पनियों की निगाह रहती है वोह केवल ऐसे लोगों की शिकायत होने पर उनका खाता ब्लोक कर देते हैं लेकिन यह इस समस्या का समाधान नहीं है ब्लोगिंग से लेकर लेखन की दुनिया में भी यह साइबर क्राइम जहर घोल रहा है इसके लियें भारत सरकार और सभी राज्य सरकारों को एक सोफ्ट वेयर के माध्यम से सभी खातेदारों की निजी आई डी देखना होगी उसका वेरिफिकेशन करना होगा और जो फर्जी आई डी से खाते चला रहे हैं जो किसी का माँ मर्दन अपमान कर रहे हैं कानून तोड़ रहे हैं उनके खिलाफ उन्हें चिन्हित कर मुकदमे दर्ज करवाकर उन्हें जेल में डालेगी तब कहीं यह अपराध खत्म होगा ..दोस्तों आप और हम जानते हैं के यह अपराध कई लोग तो केवल खेल खेल में ही कर रहे हैं ऐसे में अगर यह लोग पकड़े गये तो इनका तो जीवन बर्बाद हो जाएगा क्योंकि साइबर अपराधी को कहीं कोई जॉब नहीं देगा और अगर जॉब में होगा तो उसे निकाल देगा ऐसे अपराधी को किसी भी व्यापार व्यवसाय का लाइसेंस भी नहीं मिलेगा ऐसे में खेल खेल में फर्जी आई डी बना कर लोगों को ठगने और उनका मजाक उढ़ाने वाले लोग इसे चेतावनी समझ कर खुद को इस अपराध से अलग कर लेंगे तो उनकी खुद पर ,,हम पर ..देश पर महरबानी होगी ..इस मामले में राष्ट्रपति महोदय और प्रधानमन्त्री महोदया कोई भी पत्र लिखा गया है .... के ऐसे निकम्मे अधिकारी और मंत्री जो समाज की सुक्ख शांति खत्म करने और कानून तोड़ कर समाज में जहर घोलने वालों के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर सकें तो उन्हें बर्खास्त किया जाए .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
बर्खास्त करना मुझे नहीं लगता की इस समस्या का हल हो सकता है। इस के लिए तो कोई ऐसा दंड होना चाहिए जो की फेस्बूक जैसी साइट या और कोई वैबसाइट बाने वाले लोग सतर्क रहे और लोगों के अकाउंट की security ऐसी हो की कोई भी इस त्राह का अभद्र व्यवार करने से पहले दस बार सोचे....
जवाब देंहटाएंसमय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है जहां आलेख बड़ा ज़रूर है किंतु आपकी राय चाहिए। धन्यवाद