कैसे हुआ खुलासा : रामू एक सप्ताह से बुखार और खांसी से परेशान था। मां-बाप उसे चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. चंदन के पास ले गये। डॉक्टर ने उसे प्रारंभिक दवा देकर घर भेज दिया।
कुछ दिनों बाद रामू की हालत नहीं सुधरी तो दोबारा डॉक्टर के पास आया। इस बार डॉक्टर ने उसे एक्स-रे कराने की सलाह दी। एक्स-रे की रिपरेट को देखते ही डॉक्टर के होश उड़ गये। उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि किसी बच्चे के पेट और सीने में मोटी-मोटी सुई कैसे पहुंच गयी। इसके बाद उन्होंने अपने पैसे से पांच अलग-अलग जगहों पर एक्स-रे कराया। सभी की रिपरेट एक जैसी है।
दूसरे डॉक्टर से ली सलाह
नई दिल्ली से मुंगेर आये चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. राजीव को इस घटना के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि मेडिकल साइंस में संभवत: पहली बार इस तरह के केसेज देखने को मिला है। बच्चे की छाती व पेट में सुई का पहुंचना और ऐसी स्थिति में उसका जिंदा रहना हैरान करने वाली बात है। डॉ. राजीव ने बच्चे के इलाज में होने वाले सभी खर्चे स्वयं वहन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मेडिकल बोर्ड इसकी जांच करेगा और तब फैसला होगा कि बच्चे का ऑपरेशन कब होगा।
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